कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी देशव्यापी जंग में बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी समझकर लोगों की मदद और सरकार के सहयोग में जुटे हुए हैं. बसपा प्रमुख मायावती के दिशा-निर्देश पर बसपा कार्यकर्ता अपने इलाकों में गरीब-दलित-पिछड़े समुदाय की बस्तियों और मुहल्लों में गली-गली घूमकर लोगों के घरों को सैनिटाइज करने में जुटे हैं. बसपा का यह मॉडल कोरोना संकट के बीच दूसरे राजनीतिक दलों के लिए एक नजीर पेश कर रहा है.
दक्षिण भारत के तमिलनाडु सहित कई जगहों पर बसपा कार्यकर्ताओं की टीम अपनी-अपनी पीठ पर 20 लीटर वाले सैनिटाइजर टैंक लेकर गरीब-दलित और पिछड़ी बस्तियों में जा रहे हैं. वे घर घर जाकर सैनिटाइजर का छिड़काव कर रहे हैं. उनके इस अभियान में बसपा की ब्रैंडिंग का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है, जिससे आसानी से पता चल रहा है कि किस पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा सैनिटाइजन का काम किया जा रहा है.
सैनिटाइजर के टैंक पर बसपा प्रमुख मायावती को फोटो छपी हुई है. इसके अलावा टैंक की साइड पर हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में बीएसपी का नाम मोटे अक्षरों से लिखा हुआ है. साथ में टैंक पर बसपा का चुनाव चिन्ह हाथी भी बना हुआ है. इस टैंक के साथ बसपा कार्यकर्ता गले में अपना आईकार्ड लटकाए हुए हैं, जिनमें बसपा की पहचान साफ देखी जा सकती है.
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कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन, जिसके चलते राजनीतिक गतिविधियां पूरी तरह से बंद हैं. ऐसे में बसपा कार्यकर्ता एक साथ दो काम को अंजाम दे रहे हैं. एक तरफ कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों के घरों में सैनिटाइजर का छिड़काव करके उनकी हिफाजत कर रहे हैं तो दूसरी तरफ अपनी पार्टी का प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं. कोरोना संकट के बीच बसपा का यह मॉडल दूसरे दलों के सामने एक मॉडल बन सकता है.
बसपा कार्यकर्ता सैनिटाइज करती हुई
बसपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली ने बताया है कि कोरोना वायरस के खिलाफ हर लड़ाई में हमारी पार्टी पूरी मुस्तैदी के साथ लगी हुई है. बसपा अध्यक्ष मायावती का आदेश है कि कोरोना संक्रमण के जंग में पार्टी कार्यकर्ताओं से जितना भी हो सके हर संभव लोगों की मदद करें. पार्टी अध्यक्ष पर बसपा विधायक और सांसदों ने अपनी-अपनी निधि का पैसा सरकार के राहत कोष में दिया है तो कुछ लोग अपने स्तर पर भी लोगों की मदद करने में जुटे हैं.
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बसपा का सबसे ज्यादा जनाधार और मजबूत संगठन उत्तर प्रदेश में है. मायावती चार बार यूपी की सीएम रही हैं और मौजूदा समय में 10 सांसद सूबे से हैं. इसके बावजूद दक्षिण भारत की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में बसपा कार्यकर्ता दलित-गरीब-पिछड़े मुहल्ले में घर-घर जाकर सैनिटाइज करने की मुहिम अभी तक शुरू नहीं कर सके हैं. वहीं, दक्षिण भारत के तमिलनाडु में बसपा का एक भी विधायक नहीं है, लेकिन कोरोना संकट के बीच पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर दस्तक दे रहे हैं.
बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले दिनों ट्वीट कर कहा था, 'देशभर में कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के मद्देनजर खासकर बसपा विधायकों से अपील है कि वे भी पार्टी के सभी सांसदों की तरह अपनी विधायक निधि से कम से कम एक-एक करोड़ रुपये अति जरूरतमंदों की मदद हेतु जरूर दें.' बसपा के अन्य सदस्य भी अपने पड़ोसियों का मानवीय आधार पर ध्यान रखें.' इसके अलावा मायावती ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सरकार के हर कदम का समर्थन किया है. इसके चलते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसपा प्रमुख मायावती का धन्यवाद अदा किया था.