कोरोना के ओमीक्रॉन वैरिएंट (omicron variant) को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने सतर्कता बढ़ाना शुरू कर दी है. राजधानी लखनऊ में सीएमओ की टीम ने चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ शनिवार को एक अहम बैठक की . बैठक में यह फैसला किया गया कि साउथ अफ्रीका, हांगकांग समेत आधा दर्जन देशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखी जाएगी.
सीएमओ लखनऊ मनोज अग्रवाल ने बताया कि विदेश से आने वाले यात्रियों को 10 दिन तक होम क्वारनटीन रहना होगा. दक्षिण अफ्रीका‚ हांगकांग, ब्राज़ील, बांग्लादेश, चीन, यूनाइटेड किंगडम, न्यूजीलैंड, और बेल्जियम जैसे तमाम फॉरेन कंट्री से आने वाले लोगों पर एयरपोर्ट अथॉरिटी विशेष निगरानी रखेगी और हेल्थ डिपार्टमेंट को सूचित करेगी.
सीएमओ लखनऊ में आगे बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा गहन स्क्रीनिंग कराते हुए एयरपोर्ट पर मौजूद रहने वाली स्वास्थ विभाग की टीम,आरटीपीसीआर टेस्ट करेगी और विदेश से आने वाले ट्रैवेलर्स को होम आइसोलेशन में 10 दिनों तक रखा जाएगा और अगर 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आती है तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा
यात्रियों पर विशेष नजर
बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट मिलने से सभी देशों में हड़कंप मच गया है. नए नियमों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग एयरपोर्ट पर संक्रमित देशों से आने वाले यात्रियों की जांच के दायरे को बढ़ाने जा रहा है. इसके तहत संक्रमित देशों से कनेक्टिंग फ्लाइट के जरिए आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रहेगी. विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना का नया वैरिएंट वैक्सीनेशन लगवा चुके लोगों पर अपना कहर बरपा रहा है.
जांच और स्क्रीनिंग की जाएगी
अब विदेशों में कोरोना का नया वेरिएंट सामने आने बाद स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट पर सख्ती बढ़ाने के निर्देश दे दिया है. इसके तहत विदेश से आने वाले यात्रियों की जांच व स्क्रीनिंग की जाएगी. वहीं, डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने भी बताया कि एयरपोर्ट अर्थारिटी संग शनिवार को बैठक हुई. बैठक में कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराने को कहा गया है, जिन देशों में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है, वहां से आने वाले हर यात्री की जांच होगी और उसका जीनोम टेस्ट कराया जाएगा.
अस्पतालों में निगरानी
डिप्टी सीएमओ ने आगे बताया कि विदेशों से काफी मरीज राजधानी के मेदांता‚ अपोलो‚ पीजीआई और केजीएमयू में इलाज के लिए आते हैं, ऐसे में सभी निजी व सरकारी संस्थानों में मरीजों की जांच का पत्र भेजा गया है ताकि जो लोग विदेशों से आ रहे हैं उन पर पैनी नजर रखी जा सके.