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UP में कोरोना टेस्टिंग और वैक्सीनेशन टीम की सेवा समाप्त, नहीं बढ़ाया गया अनुबंध

कोरोना को लेकर योगी सरकार ने गुरुवार को बड़ा फैसला लिया है. कोरोना टेस्टिंग और वैक्सीनेशन के लिए लगाए गए प्राइवेट कर्मचारियों का अनुबंध आज समाप्त कर दिया गया है. कर्मचारियों का अनुबंध 31 मार्च 2022 तक के लिए था जिसे आगे नहीं बढ़ाया गया है.

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सांकेतिक तस्वीर.
सांकेतिक तस्वीर.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली, महाराष्ट्र और बंगाल में आज से कोरोना प्रतिबंधों को हटाया
  • यूपी में संविदा पर रखे गए प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों को हटाया

दिल्ली, महाराष्ट्र और बंगाल के बाद उत्तर प्रदेश में भी कोरोना संबंधी फैसले लिए गए हैं. गुरुवार को यूपी सरकार ने लखनऊ, गोरखपुर, आजमगढ़ समेत प्रदेश के अन्य जिलों से कोरोना टेस्टिंग और वैक्सीन लगाने वाले कर्मचारियों के अनुबंध को समाप्त कर दिया है. प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों को संविदा पर घर-घर जाकर आरटीपीसीआर टेस्ट और अस्पताल में टीके लगाने के लिए रखा गया था. इन कर्मचारियों का अनुबंध 31 मार्च 2022 तक था जिसे आज आगे नहीं बढ़ाया गया है.

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योगी सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश मिलने के बाद सभी संविदा कर्मियों की सेवा आज से खत्म कर दी गई. आदेश में कहा गया कि अगले वित्तीय वर्ष 2022-23 के दिशा निर्देश प्राप्त होने तक 01 अप्रैल से कर्मियों से काम न कराया जाए. 

बता दें कि दिल्ली, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में भी कोरोना संबंधी प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटा दिया गया है. हालांकि तीनों ही राज्यों में भीड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना के नियमों का पालन करने और मास्क पहनने की सलाह दी गई है.

कोरोना संबंधी प्रतिबंधों के हटाए जाने के बाद महाराष्ट्र में इस साल गुड़ी पड़वा का पर्व धूमधाम से मनाया जा सकेगा. वहीं रमजान का त्योहार को लेकर इस बार तीनों राज्यों के बाजारों में रौनक दिखेगी.

वहीं दिल्ली में एक अहम फैसले के मुताबिक, अब मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना नहीं लगाया जाएगा. गुरुवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट की बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया.

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