उत्तर प्रदेश पुलिस ने दादरी हिंसा मामले में ट्विटर से आपत्तिजनक ट्वीट्स को हटाने की मांग की है. राज्य की पुलिस ने इस बाबत सोमवार को Twitter Inc को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें दादरी हिंसा मामले से संबंधित विवादित तस्वीरों और टेक्स्ट को हटाने की अपील की गई है. करीब हफ्तेभर पहले दादरी के बिसेहड़ा गांव में घर में गोमांस रखने की अफवाह पर भीड़ ने 50 साल के इकलाख की पीट-पीटकर हत्या कर दी . इस हादसे में उसका बेटा भी गंभीर रूप से घायल हो गया.
आईजी (प्रशासन) प्रकाश डी ने बतया कि ट्विटर को यूपी पुलिस की सोशल मीडिया लैब की ओर से चिट्ठी भेजी गई है. उन्होंने कहा, 'हम मामले की हर तरह से जांच कर रहे हैं. इसके तहत उस ट्विटर हैंडल की भी तलाश की जा रही है, जिसने इस तरह की तस्वीरें और टेक्स्ट को पोस्ट किया. इस तरह की गतिविधियों से राज्य में सांप्रदायिक भावनाएं भड़क सकती हैं और समाज में सौहार्द बिगड़ सकता है.'
'क्या कहा था सीएम अखिलेश ने'
यूपी पुलिस की चिट्ठी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के उन निर्देशों का भी जिक्र है, जिसमें सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात की गई है. एक प्रवक्ता के मुताबिक, 'मुख्यमंत्री ने अपने निर्देश में स्पष्ट तौर पर कहा है कि सोशल मीडिया, खासतौर पर फेसबुक, व्हाट्अप और ट्विटर पर बेबुनियाद तस्वीरों और संदेशों को प्रसारित पर सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.'
प्रशासन की लोगों से अपील
पुलिस ने बताया कि ट्विटर पर 30 सितंबर को दादरी हिंसा मामले से संबंधित आपत्तिजनक ट्वीट किए गए हैं. इस मामले में एक एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है. राज्य प्रशासन से लोगों से भी अपील की है कि यदि उनके पास सोशल मीडिया पर प्रचारित या प्रसारित हो रहे ऐसे किसी संदेश की कोई जानकारी है तो वो मोबाइल नंबर 09454401002 पर इसकी जानकारी दे सकते हैं. जानकारी देने वाले की पहचान को गुप्त रखा जाएगा.