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भंडारे में दलितों को खाना परोसने से रोका, अंबेडकर की मूर्ति तोड़ी

आजादी के 68 साल बाद भी दलितों के साथ भेदभाव जारी है. इसकी एक बानगी यूपी के बरेली के हाफिजगंज थाना क्षेत्र के नरई नौआ नगला गांव में सामने आई. यहां भंडारे के दौरान दलितों को खाना परोसने से रोका गया. उनके साथ मारपीट भी गई. अंबेडकर की मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है. इनमें से 10 लोगों को नामजद किया है.

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Symbolic Image
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आजादी के 68 साल बाद भी दलितों के साथ भेदभाव जारी है. इसकी एक बानगी यूपी के बरेली के हाफिजगंज थाना क्षेत्र के नरई नौआ नगला गांव में सामने आई. यहां भंडारे के दौरान दलितों को खाना परोसने से रोका गया. उनके साथ मारपीट भी गई. अंबेडकर की मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है. इनमें से 10 लोगों को नामजद किया है.

पुलिस के मुताबिक, हाफिजगंज थानाक्षेत्र के गांव नरई नौआ नगला में ब्रह्मदेव स्थल पर हर साल भंडारा आयोजित होता है. अंबेडकर समाज पार्टी के मंडल उपाध्यक्ष प्रेमपाल गौतम ने आरोप लगाया कि इस बार गांव के पिछड़ा वर्ग के लोगों ने भंडारे में उनके आने पर रोक लगा दी.

उन्होंने कहा कि दलितों से कहा गया कि चंदा बराबर दोगे, लेकिन भंडारे में खाना नहीं परोसोगे. इस भेदभाव का विरोध किया, तो उन्हें जातिसूचक शब्द कहे गए. उनके साथ मारपीट भी की गई. पिछड़ा वर्ग के लोगों ने गांव में लगी अंबेडकर की मूर्ति भी क्षतिग्रस्त कर दी.

मामले की सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंचे एसओ ने प्रतिमा की तुरंत मरम्मत कराई. पुलिस ने इस मामले में 10 नामजद समेत दो दर्जन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है.

सीओ नरेश कुमार ने बताया कि दलितों को भंडारे में सहयोग से मना करने की बात सामने आई है. पीड़ितों ने अंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने का मामला भी दर्ज कराया है. प्रतिमा की मरम्मत करा दी गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

- इनपुट IANS

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