रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के रजत जयंती समारोह में शामिल होने लखनऊ पहुंचे थे. यहां उन्होंने दुश्मन देशों पर जमकर हमला बोला. पाकिस्तान पर हार के साथ हमने दुनिया को बताया कि भारत और पाकिस्तान की तुलना नहीं की जा सकती. हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश 1971 में दिया था. इस बार हमारे जवान अपने उस पड़ोसी को संदेश भेजने में सफल रहे. मुझे दुख है कि कुछ राजनीतिक दल हमारे जवानों की वीरता पर सवाल उठाने की कोशिश करते हैं. वे नेतृत्व का नाम लेते हैं लेकिन राजनेता सीमाओं पर नहीं लड़ते, बल्कि जवान करते हैं.
कभी नहीं बांधेंगे जवानों के हाथ
सिंह ने कहा कि हम कभी भी अपने सशस्त्र बलों के हाथ नहीं बांधेंगे. उन्हें निर्णय लेने होते हैं. हम उनके फैसले के साथ खड़े होंगे, चाहे कुछ भी हो. यह मैं रक्षा मंत्री के रूप में कह रहा हूं. अनजाने में फैसला गलत निकला तो भी हम अपने जवानों के साथ खड़े होंगे.
चीन पर भी साधा निशाना
उन्होंने चीन का नाम लिए बिना आगे कहा कि हमारा एक और पड़ोसी है. आप उसे अच्छी तरह से जानते हैं, उसका नाम लेने की जरूरत नहीं है. उसने सबके साथ मनमानी करने का मन बना लिया है. कई देशों ने इसका विरोध नहीं किया. पहले हमारी स्थिति भी ऐसी ही थी, लेकिन 2014 के बाद स्थिति बदल गई है. रक्षा मंत्री ने कहा 1971 के युद्ध और 1999 के कारगिल युद्ध में हारने वाले पाकिस्तान को अब आतंकवाद से अपने संबंध तोड़ने होंगे.
राजनाथ ने कहा अगर कोई भी देश भारत के खिलाफ कोई भी साजिश करता है तो हम उसे नहीं बख्शेंगे. उन्होंने कहा कि हमको कोई छेड़ेगा तो भारत उसे छोड़ेगा नहीं, भले ही वह देश कितना भी ताकतवर क्यों न हो.