दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन आज 28वें दिन में प्रवेश कर चुका है. आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयंती है, जो कि किसान दिवस के तौर पर मनाई जाती है. इसी मौके पर दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर तमाम किसान नेताओं ने एक यज्ञ किया. हाईवे पर यह हवन का अनूठा प्रयोग सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए किया गया.
हवन का जो स्थान चुना गया वह भी अनूठा था, क्योंकि हवन की वेदी बीच हाईवे परबनाई गई. यह वही जगह है, जहां पिछले 20 दिनों से किसान लगातार सड़क बंद कर धरने पर बैठे हैं. मौका किसान दिवस का था, इसीलिए वहां पर चौधरी चरण सिंह की कई तस्वीरें भी लगाई गई थी.
एक तरफ 11 किसान नेता 24 घंटे के अनशन पर बैठे हुए थे तो दूसरी तरफ वेद मंत्र लगातार चल रहे थे. जहां हर रोज जय जवान, जय किसान का नारा लगता था, वहीं पूजा पाठ का यह अद्भुत दृश्य देखना आने जाने वालों के लिए किसी कौतूहल से कम नहीं रहा. आहुति डालते हुए जब हमने किसान नेता राकेश टिकैत से बात की तो उन्होंने कहा कि आजकल किसान वनवासी बने हुए हैं और इसी बहाने हम चाहते हैं कि सरकार को सही रास्ता तो दिखे.
गौरतलब है कि अलग-अलग दिल्ली के बॉर्डर पर किसान दिवस अलग-अलग तरीके से मनाया जा रहा है. किसान कहते हैं कि यह विडंबना ही है कि इस दिन भी किसानों को आंदोलन करना पड़ रहा है और किसान सड़कों पर हैं.