प्रदूषण से दिल्ली-एनसीआर का दम घुट रहा है. इसके लिए पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त बीजेपी नेता सुनील भराला ने अजीबोगरीब बयान दिया है. सुनील भराला ने कहा कि किसान हमेशा पराली जलाते है. यह सामान्य प्रक्रिया है. बार-बार इसकी आलोचना दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को बारिश के लिए यज्ञ का आयोजन करना चाहिए, जिससे भगवान इंद्र खुश हों. तभी सब कुछ सही हो सकता है.
सुनील भराला ने कहा कि पराली का मतलब किसानों पर हमला है. गन्ना या दाल के कूड़े को जलाने की प्रक्रिया हमेशा होती रही है. जब ये जलेगा तो थोड़ा बहुत धुंआ तो निकलेगा ही. उसे प्रदूषण नहीं होता है. यह प्राकृतिक और किसान का सिस्टम है. इसको लेकर जो हमला हो रहा है वह दुखद है. इस पर विचार करना चाहिए. जितना ध्यान इस बात पर दिया जा रहा है, उतना ध्यान यज्ञ की परंपरा पर भी होना चाहिए. सब ठीक हो जाएगा.
#WATCH Uttar Pradesh minister Sunil Bharala: Farmers have always practiced stubble burning, it's a natural system. Repeated criticism of it is unfortunate. Govts should hold 'Yagya' to please Lord Indra (God of rain), as done traditionally. He (Lord Indra) will set things right. pic.twitter.com/EcImGAbVrl
— ANI UP (@ANINewsUP) November 3, 2019
1146 तक पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स
दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता ''बेहद खतरनाक'' बनी हुई है. रविवार को सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए राजधानी का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स 1146 के स्तर पर पहुंच गया. DPCC के आंकड़ों की माने तो दोपहर 12 बजे राजधानी में हवा की गुणवत्ता सबसे ज्यादा खराब दर्ज की गई. आनंद विहार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 1350 के स्तर पर पहुंच गया, तो वहीं पूसा रोड में 1266, इंडिया गेट इलाके में 1242 दर्ज किया गया.
दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली
राजधानी के ज्यादातर इलाकों में ऐसा लग रहा है जैसे मानो सांस का आपातकाल लग गया हो. कई इलाकों में विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम दर्ज किया गया. कमोबेस राजधानी के ज्य़ादातर इलाकों में ऐसे हालात बने हुए हैं. तो वहीं नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद की हवा भी ज़हरीली बनी हुई है.बताया जा रहा है कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के सीमाई इलाकों में पराली जलाए जाने से दिल्ली की आबो-हवा में जहर घुल रहा है.
भराला ने सीएम योगी को बताया था निर्णायक व्यक्ति
इससे पहले उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री पंडित सुनील भराला ने दावा किया कि भगवान राम का मंदिर निश्चित रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में बनाया जाएगा. भराला ने कहा था कि वे (सीएम योगी) एक निर्णायक व्यक्ति हैं. वे अपने हाथों से मंदिर का निर्माण करेंगे. उनके पास 'अपार शक्ति' है.