मुंबई-अहमदाबाद के बाद देश की दूसरी बुलेट ट्रेन नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलाई जाएगी. दिल्ली से वाराणसी की 782 किलोमीटर की दूरी इस बुलेट ट्रेन के जरिए महज दो घंटे 40 मिनट में तय कर ली जाएगी. दिल्ली से लखनऊ के रास्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी को जोड़ने वाले इस फास्ट ट्रैक पर बहुत ही तेजी से काम किया जा रहा है.
यूपी विधानसभा चुनाव में बन सकता है मुद्दा
'टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के मुताबिक बीजेपी सरकार इस योजना को आने वाली यूपी विधानसभा चुनाव में अपने अच्छे काम के रूप में भुनाने की कोशिश करेगी. दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर दिल्ली-कोलकाता का ही एक हिस्सा है. मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर आर्थिक मामलों में जापान से समझौता होने के बाद इस लाइन को खास तवज्जो दी जा रही है.
यूपी के कई बड़े शहरों से गुजरेगी बुलेट ट्रेन
नई दिल्ली से वाराणसी के बीच ये बुलेट ट्रेन यूपी के कई बड़े शहरों जैसे अलीगढ़, आगरा, लखनऊ और सुल्तानपुर हुए निकलेगी. इस प्रोजेक्ट में तेज गति से किए जा रहे काम का मुख्य मकसद बीजेपी नेतृत्व का यूपी विधानसभा चुनाव से पहले अपनी विकास की छवि को सामने लाना है.
नवंबर तक सौंपी जाएगी प्रोजेक्ट की अंतिम रिपोर्ट
प्रोजेक्ट से जुड़े एक अधिकारी ने इस बारे में बताया कि स्पेन का एक फर्म जो हाई स्पीड कॉरिडोर के बारे में अध्ययन कर रहा है ने भारतीय रेलवे बोर्ड के साथ इस बारे में चर्चा की है. फर्म की तरफ से इस बारे में अंतिम रिपोर्ट नवंबर तक सौंप दी जाएगी.
एक घंटा 45 मिनट में दिल्ली से लखनऊ
इस योजना के पूरा हो जाने पर दिल्ली से लखनऊ के बीच 506 किलोमीटर की दूरी तय करने में महज एक घंटा 45 मिनट का समय लगेगा. वहीं दिल्ली से कोलकाता के बीच 1513 किलोमीटर की दूरी 4 घंटे 56 मिनट में पूरी की जा सकेगी.
दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन पर 43 हजार करोड़ का बजट
प्रोजक्ट रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली से वाराणसी के बीच इस कॉरिडोर को बिछाने में तकरीबन 43 हजार करोड़ का खर्चा आएगा. वहीं दिल्ली से कोलकाता तक इसे बनाने में 84 हजार करोड़ का अनुमानित बजट रखा गया है. एक अधिकारी के मुताबिक अभी इस बड़े प्रोजेक्ट को पूरा करने में कितना खर्च आएगा, इसका पूरा ब्यौरा अध्ययन के बाद ही बताया जा सकेगा.