सोमवार को नोटबंदी के 42वें दिन भी लोगों को राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है. दादरी के बैंक आम लोगों को सिर्फ दो हजार रुपये ही दे रहे है जबकि नियमानुसार बैंक से 24 हजार रुपये निकाले जा सकते है.
दादरी की रहने वाली 60 वर्षीय महिला ने बताया कि उनके घर में शादी है लेकिन बैंक दो हजार ही दे रहा है, ऐसे में बहुत परेशानी होगी.
इसके अलावा बैंड वाले भी नोटबंदी से खासा परेशान नजर आ रहे है. बैंडवाले मुकेश ने बताया कि हम 16 साल से शादियों में बैंड-बाजा बजा रहे हैं मगर नोटबंदी के बाद से केवल 25% ही काम रह गया है. मुकेश ने कहा कि ना ही काम मिल पा रहा है पैसों की कमी के कारण हम अपने यहां काम करने वालों को भी तनख्वाह नहीं दे पा रहे है.