अयोध्या में भव्य दीपावली के बाद अब काशी में देव दीपावली को भव्य रूप से मनाने की तैयारी चल रही है. इस बार यह त्योहार 7 नवंबर को मनाया जाएगा. दरअसल, 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लग रहा है. श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद से वाराणसी में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
देव दीपावली पर भी काशी आने वाले सैलानियों की संख्या लाखों में होने का अनुमान है. देव दीपावली पर उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी के सभी घाटों पर 10 लाख दीये जलाने की तैयारी की है. इसके अलावा श्री काशी विश्वनाथ धाम को दिव्य और अलौकिक रूप देने के लिए फूलों से सजाने की तैयारी है.
सरकार की ओर से इसके लिए 80 लाख रुपए फंड दिया गया है. दरअसल, काशी की देव दीपावली पूरी दुनिया में विख्यात है. कार्तिक माह की पूर्णिमा को मनाए जाने वाले इस महोत्सव के दौरान बनारस के सभी घाटों को लाखों दीयों से रोशन किया जाता है. इसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक काशी पहुंचते हैं.
लोकार्पण की तर्ज पर मंदिर को सजाने संवारने का निर्देश
काशी आने वाले पर्यटक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जरूर जाते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि देव दीपावली पर वाराणसी आने वाले पर्यटक काशी विश्वनाथ धाम की अलौकिक छटा के साक्षी बनें. इसके लिए पूरे परिसर को लोकार्पण की तर्ज पर सजाने संवारने का निर्देश दिया गया है.
वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया, "देव दीपावली पर काशी आने वाले पर्यटकों को विश्वनाथ मंदिर में नया अनुभव मिलेगा. इसके लिए धाम परिसर की भव्य सजावट की जाएगी. विशाखापट्टनम के एक नामी डेकोरेटर हैं. उन्होंने ही श्री काशी विश्वनाथ धाम की वॉलेंटियर के तौर पर सजावट करने के लिए इच्छा जताई है."
उन्होंने आगे बताया, "उन्हीं के द्वारा काशी विश्वनाथ धाम परिसर की सजावट फूलों से कराई जाएगी. इसमें अनुमानित लागत 80 लाख रुपए का खर्च आएगा. विश्वनाथ धाम को पहली बार देव दीपावली पर इतने भव्य रूप में सजाया जा रहा है. काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद वाराणसी में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. यहां व्यापार में भी बढ़ोतरी हुई है और रोजगार के अवसर भी सृजित हुए हैं."