उन्नाव के डौंडियाखेड़ा में अब जबकि सोना मिलने का दावा टांय टांय फिश हो गया है, संत शोभन सरकार के 'बड़बोले' शिष्य ओम बाबा ने नया शिगूफा छोड़ा है.
स्वामी ओम ने उन्नाव, फतेहपुर और कानपुर के डीएम को 'हास्यास्पद' चिट्ठी लिखकर कहा है कि धनतेरस से एक दिन पहले यानी आज 'गुरुजनों की कृपा वर्षा से' डौंडिया खेड़ा में सोने के दर्शन हो जाएंगे, लेकिन इसे तभी निकाला जा सकेगा जब इसका 80 फीसदी हिस्सा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को देने का वादा किया जाए.
चिट्ठी में लिखा है, 'गुरुजनों ने सिर्फ आरबीआई के उपयोग के लिए खजाना उठाने की अनुमति दी है.'
'खजाना दिखेगा, पर उठा नहीं सकेगा कोई'
स्वामी ओम ने चिट्ठी में लिखा है कि खजाना न मिलने के बाद देश का मीडिया संतों की छवि बिगाड़ने में लगा है इसलिए अब समय आ गया है कि देश को खजाने के दर्शन करवा दिए जाएं. स्वामी ओम ने कहा है कि वह सबको खजाने के सभी दावेदारों को चुनौती देंगे कि अगर वह उठा सकें तो सामने दिख रहा खजाना उठा लें. लेकिन बाबा का दावा है कि यह खजाना तभी उठाया जा सकेगा जब इसका 80 फीसदी हिस्सा आरबीआई और 20 फीसदी संबंधित ग्राम पंचायत की विकास निधि के रूप में देने का लिखित वादा किया जाएगा.
'जिलाधिकारी वादे से पलट रहे हैं'
चिट्ठी में लिखा है, 'परमपूज्य गुरुजनों ने द्रवित होकर यह अनुकंपा करने का निर्णय लिया है कि और स्वामी श्री शोभन सरकार को आदेश दिया है कि संतों की मर्यादा की रक्षा हेतु भूगर्भ में स्थित स्वर्ण कोष राष्ट्र को मीडिया के माध्यम से दिखा दें.'
स्वामी ओम ने दावा किया है कि शोभन सरकार ने दावा किया है कि जिलाधिकारी उन्नाव ने उनसे एकांत में वादा किया था कि सारा खजाना रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में भेजा जाएगा, लेकिन अब वह इससे मुकर रहे हैं. स्वामी ओम ने लिखा है कि चूंकि खुदाई एएसआई एक्ट के तहत हो रही है इसलिए सारा खजाना एएसआई के कोष में जाएगा और देश को उसका कोई लाभ नहीं मिलेगा.
'अपना मुंह काला करने की तैयारी कर लें नेता'
नेताओं पर हमला बोलते हुए स्वामी ओम ने लिखा है कि वे तारकोल से अपना मुंह काला करने की तैयारी कर लें. उन्होंने साफ शब्दों में चुनौती दी है, 'रोक सको तो रोक लो.'
उन्होंने लिखा है कि जो लोग पूछते थे कि खजाना न मिलने के बाद ओम बाबा का क्या होगा, वे आज नींद की गोली खाकर सोएं.
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