लखनऊ के सरकारी अस्पताल में 105 साल के एक मरीज में पेसमेकर लगाया गया, जो कि एक अनोखा रिकॉर्ड है.
आधे घंटे के ऑपरेशन ने भारतीय चिकित्सा जगत में एक नया रिकार्ड रच दिया. लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) के कार्डियोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नवीन गर्ग ने 105 साल के बुजुर्ग को पेसमेकर लगाकर नया जीवन दिया और रिकॉर्ड भी बनाया.
डॉ. गर्ग का दावा है कि इतनी उम्र के मरीज में पेसमेकर लगाना बहुत ही जटिल होता है. महाराजगंज में पिपराती गांव के रहने वाले 105 वर्षीय मोहम्मद यूनिस खान भारत के पहले और दुनिया में तीसरे नंबर के ऐसे मरीज हैं, जिनको इस उम्र में पेसमेकर लगाया गया है. यह ऑपरेशन सात मार्च को महज आधे घंटे में सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया, लेकिन अपनी इस सफलता और रिकॉर्ड का पता न तो डॉक्टरों की टीम को हुआ और न ही अस्पताल प्रशासन को.
डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि विशेषज्ञों ने दुनियाभर के मेडिकल जर्नल चेक किए, तो पता चला कि सबसे अधिक उम्र के जिस मरीज को पेसमेकर लगाया गया है, वह 108 साल का है. एक अन्य मरीज 106 साल का है और फिर यूनिस खान 105 साल के हैं.
डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि सात मार्च को यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा किया. हालांकि मरीज को उसके परिजन पांच मार्च को लेकर आए थे. यूनिस खान के लिए एक अलग प्रक्रिया के तहत पेसमेकर लगाया गया है. इस ऑपरेशन में कुल 75 हजार का खर्चा आया है.