प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कोविड-19 के खिलाफ विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की. इसके बाद देश के सभी 3006 केंद्रों पर टीका लगना शुरू हो गया. पहले चरण में मेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा है. दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर में नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा को कोरोना का टीका लगाया है. हालांकि उन्हें यह टीका सांसद होने की वजह से नहीं बल्कि एक डॉक्टर होने की वजह से लगाया गया है.
डॉ. महेश शर्मा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि मैं सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को सैल्यूट करना चाहता हूं. आप सभी कोरोना वॉरियर्स हैं. मैं यह वैक्सीन ले रहा हूं जिससे मैं लोगों को बता सकूं कि हमने आज इतिहास रचा है. आप सब भी आगे आएं और कोरोना वैक्सीन लगवाएं. यह पूरी तरह सेफ है. मैंने कोरोना महामारी के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम किया है. शायद यही वजह है कि मैं डरा हुआ नहीं हूं. किसी और को भी नहीं डरना चाहिए. वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स ने सभी तरह से चेक करने के बाद ही वैक्सीन को मंजूरी दी है. इसलिए किसी को संदेह करने की आवश्यकता नहीं है.
बता दें, पहले चरण के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं. पहले दिन तीन लाख से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 के टीके की खुराक दी जाएगी.
सरकार के मुताबिक, सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले करीब दो करोड़ कर्मियों और फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी.
बाद के चरण में गंभीर रूप से बीमार 50 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा. स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों पर टीकाकरण का खर्च सरकार वहन करेगी.