2 मई के दिन देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के नतीजे आए, कुछ जगह उपचुनाव हुए उनके भी परिणाम आए, इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भी पंचायत चुनावों के परिणाम आए, किसी के लिए खुशियां आईं तो किसी के लिए कल की शाम थोड़ी मुश्किल रही. जीत की खुशी पचा पाना भी सभी के बस की बात नहीं है और खुशी कब मातम में बदल जाए यह कह पाना भी बड़ा मुश्किल है.
उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान कई रंग देखने को मिले. मामला वाराणसी के पिंडरा ब्लाक के नंदापुर गांव का है जहां एक बुजुर्ग प्रधान प्रत्याशी को ये खबर मिली को वो चुनाव जीत गई हैं, तो इस बात की ख़ुशी उन्हें इतनी अधिक मिली कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
बुजुर्ग महिला सुनरा देवी ग्राम प्रधान पद के चुनाव की जीत की से मिली खुशी बर्दाश्त न कर सकीं, और उनकी मौत हो गई. लेकिन इस दौरान मतगणना स्थल पर मृतक महिला प्रधान के बेटे ने जीत का प्रमाण पत्र ले लिया. हालांकि ये सीट अब रिक्त हो चुकी है और अब यहां दुबारा चुनाव होगा.
सुनरा देवी को जब अपने प्रधान बनने की खबर मिली तब वे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थीं. बताया जा रहा है कि बुजुर्ग सुनरा देवी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहीं थीं. और उनका इलाज वाराणसी के मलदहिया स्थित एक निजी अस्पताल आईसीयू में चल रहा था. जैसे ही उनको यह खुशखबरी मिली कि वे अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रेमशीला से तीन वोटों से जीत गई हैं, वैसे ही उनकी सांसें थम गईं और दिल की धड़कन रुक गई. सुनरा देवी को कुल 294 मत मिले थे.
इस दौरान सुनरा देवी की गैरमौजूदगी में उनके बेटे अजय यादव ने मतगणना स्थल से जीत का प्रमाण पत्र ले लिया था, लेकिन सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राजाराम वर्मा के मुताबिक जीत के बाद प्रत्याशी की मौत होने पर सीट रिक्त हो जाती है अब दोबारा चुनाव होगा.