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यूपी के दो IPS अधिकारियों का केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए इंपैनलमेंट, इन 9 अफसरों को नहीं मिला मौका

इंपैनलमेंट का मतलब भारत सरकार के द्वारा इन अफसरों को प्रतिनियुक्ति पर आने को लेकर मंजूरी मिल गई है. कई अफसर भारत सरकार में इंपैनलमेंट कराने के बाद भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नहीं जाते हैं. वहीं कई अफसरों को राज्य सरकारें भी महत्वपूर्ण पोस्टिंग के चलते भारत सरकार में जाने को लेकर मंजूरी नहीं देती है.

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कई अफसरों को यूपी सरकार से मंजूरी नहीं मिली है
कई अफसरों को यूपी सरकार से मंजूरी नहीं मिली है

यूपी कैडर के दो वरिष्ठ आईपीएस अफसरों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए संबद्ध (Empanelment) किया गया है. इनमें कानपुर रेंज के आईजी प्रशांत कुमार और भर्ती बोर्ड में एडीजी पदमजा चौहान शामिल हैं. वहीं यूपी के 9 आईपीएस अफसरों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने का मौका नहीं मिल सका है. 

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दरअसल, एडीजी जसवीर सिंह, अमिताभ यश, विजय सिंह मीणा, आरके स्वर्णकार, IG अमित चंद्रा, के सत्यनारायण, नोएडा की नवनियुक्त कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, नीलाब्जा चौधरी और आशुतोष कुमार का इम्पेनलमेंट नहीं हुआ है. एडीजी जसवीर सिंह वर्तमान में सस्पेंड चल रहे हैं. बाकी 8 अफसरों के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने को लेकर यूपी सरकार से मंजूरी नहीं मिली है. 

बता दें इंपैनलमेंट का मतलब भारत सरकार के द्वारा इन अफसरों को प्रतिनियुक्ति पर आने को लेकर मंजूरी मिल गई है. कई अफसर भारत सरकार में इंपैनलमेंट कराने के बाद भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नहीं जाते हैं. वहीं कई अफसरों को राज्य सरकारें भी महत्वपूर्ण पोस्टिंग के चलते भारत सरकार में जाने को लेकर मंजूरी नहीं देती है. तमाम दस्तावेज, एसीआर और राज्य सरकार की सिफारिश के बाद ही अफसरों का इंपैनलमेंट होता है.

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