यूपी के महराजगंज में कोरोना महामारी की दूसरी लहर को लेकर इंटरनेट मीडिया के निशाने पर आई यूपी सरकार अब गुड गर्वनेंस से डैमेज कंट्रोल करना शुरू कर दी है. महराजगंज जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण से शिक्षक के निधन से आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार के लिए योगी सरकार मददगार साबित हुई.
शिक्षक पति की मौत के बाद पढ़ी-लिखी पत्नी ने मृतक कोटा से नौकरी के लिए आवेदन किया. जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा महकमा ने तीन दिन में सभी प्रक्रिया पूरी कर शिक्षक की पत्नी को सहायक अध्यापक पद की नौकरी दे दी. स्कूल आने-जाने में परेशानी ना हो, इसके लिए भी सहानुभूति जताते हुए बेसिक शिक्षा महकमा ने शिक्षक की पत्नी को गृह ब्लाक में ही तैनात किया है.
आठ मई को शिक्षक यशपाल चौधरी की हुई थी मौत
सिसवा क्षेत्र के खुड़री गांव निवासी यशपाल चौधरी वर्ष 2010 में सहायक अध्यापक पद पर तैनात हुए थे. सिसवा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय विशुनपुरा में नियुक्ति थी. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान यशपाल की ड्यूटी लगी थी. उसी दौरान वह कोरोना संक्रमित हो गए. परिजनों ने इलाज कराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. घर की जमा पूंजी के अलावा कर्ज लेकर इलाज कराया. पर जान नहीं बच सकी. 8 मई को यशपाल की मौत हो गई.
बीएड व टीईटी डिग्रीधारी है पत्नी किरन सिंह
यशपाल चौधरी की शादी किरन सिंह से हुई थी. वह काफी पढ़ी-लिखी महिला हैं. बीएड व टीईटी की डिग्रीधारी हैं. पति के निधन के बाद किरन सिंह पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था. घर के कमाऊ सदस्य की मौत के बाद पत्नी किरन सिंह परिवार का खर्च चलाने के लिए नौकरी करना चाहती थीं.
पति की क्रिया-कर्म के बाद किरन सिंह ने मृतक आश्रित कोटा से नौकरी के लिए सोमवार को आवेदन किया. सिसवा बीआरसी के बीईओ श्याम सुन्दर पटेल ने बीएसए ओपी यादव के दिशा निर्देशन में नियुक्ति पत्रावली का त्वरित जांच कर कार्रवाई आगे बढ़ाई. मंगलवार को ही यशपाल चौधरी की पत्नी किरन सिंह को सहायक अध्यापक पद का नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया.
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योग्यता के आधार पर नौकरी
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित अपने कार्यकक्ष में डीएम डॉ. उज्ज्वल कुमार ने किरन सिंह को नियुक्ति पत्र दिया. उनको सिसवा क्षेत्र के ही कम्पोजिट विद्यालय सबया में तैनात किया गया है. इस मामले में बीएसए ओपी यादव ने बताया कि शिक्षक के निधन के बाद पत्नी किरन सिंह अपनी योग्यता के मुताबिक मृतक आश्रित कोटा से सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन कीं. तीन दिन के अंदर ही स्व. शिक्षक की पत्नी को सहायक अध्यापक पद की नौकरी दे दी गई,आगे भी जो आवेदन आएंगे उनका त्वरित निस्तारण करते हुए योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाएगी.