यूपी में विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं को 'लक्ष्य 2014' का नारा देकर केंद्र में भी सपा सरकार बनाने का आह्वान करने वाली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के लिए लोकसभा चुनाव के नतीजे बेहद निराशाजनक रहे हैं. पार्टी की करारी हार पर चिंतन-मनन का दौर जारी है लेकिन इन सबके बीच नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने अपने लिए अगला मिशन तय कर लिया है. इसका खुलासा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आवास 5, कालीदास मार्ग पर 'इंडिया टुडे' से एक लंबी और विशेष बातचीत में किया है. पेश है इसके कुछ अंश:
इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव के बाद आपकी पार्टी के जिला स्तरीय समीक्षा सम्मेलनों में गुटबाजी उभर कर सामने आ गई है. कई नेताओं ने बीजेपी से भी संपर्क साधे हैं?
अखिलेश: किसी भी राजनीतिक पार्टी में चुनाव बाद समीक्षा के दौरान ऐसी बातें होती हैं. 'विक्ट्री हैज मेनी फादर बट डिफीट इज ऑरफन' इस कारण कई बार समस्याएं आती हैं.
इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव के नतीजे आते ही आपने अपनी सरकार के 36 दर्जा पाए मंत्रियों के पद छीन लिए थे लेकिन इनमें से कई नेताओं को मुलायम सिंह ने दोबारा बहाल कर दिया?
अखिलेश: बूथ की समीक्षा अभी चल रही है. ऐसे में इस प्रश्न का मैं जवाब नहीं देना चाहता.
इंडिया टुडे- तमाम कोशिशों के बावजूद भी आपसे प्रदेश की कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है. आखिर गड़बड़ी कहां है?
अखिलेश: बेहतर कानून और व्यवस्था के लिए लगातार काम करना पड़ेगा. अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जहां कहीं भी घटना हो वे मौके पर पहुंचे और सख्त कार्रवाई करें. अगर कार्रवाई नहीं होती है तो
अपराधियों का मनोबल बढ़ता है.
इंडिया टुडे- सपा सरकार आने के बाद थानों में यादव पुलिस कर्मियों का वर्चस्व हो गया है. इससे भी हालात बिगड़े हैं?
अखिलेश: यह एक निराधार प्रचार है. चूंकि हम सरकार में हैं इसलिए विपक्ष की भाषा नहीं बोल सकते हैं. क्या डीएम और एसपी हमने अपनी जाति के बना दिए हैं. जो सरकार मुफ्त लैपटॉप जैसी समाजवादी और
धर्मनिरपेक्ष योजना चला रही हो उस पर जातिवाद का आरोप लगाना गलत है.
इंडिया टुडे- बदायूं घटना के बाद आपने मुख्य सचिव और गृह सचिव को हटाया है. क्या इससे फर्क पड़ेगा?
अखिलेश: अच्छे कामकाज के लिए सरकार को प्रशासनिक फेरबदल करते रहना चाहिए. नए लोगों पर जो भरोसा जताया गया है वह और जिम्मेदारी से काम करेंगे.
इंडिया टुडे- जावेद उस्मानी को मुख्य सचिव बनाकर आपकी सरकार ने किसी मुसलमान को नौकरशाही के शीर्ष पर जगह दी थी. इन्हें हटाने से क्या मुसलमानों में नाराजगी नहीं आएगी?
अखिलेश: सवाल धर्म और जाति का नहीं है. यह सही है कि जावेद उस्मानी एक काबिल अफसर हैं. ऐसे अफसर को धर्म और जाति से नहीं जोडऩा चाहिए.
इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव में हार के बाद बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले आपकी सरकार की घबड़ाहट जाहिर कर रहे हैं?
अखिलेश: वर्ष के शुरुआत में तो हमेशा तबादले होते हैं. अब इन अधिकारियों को पूरे साल मौका देंगे कि अच्छा काम करके दिखाएं.
इंडिया टुडे- सपा के बड़े नेता ही आपकी सरकार के अफसरों को ही नाकारा बता रहे हैं. इससे अप्रत्यक्ष रूप से वह आपके प्रशासनिक कौशल पर ही उंगली नहीं उठा रहे?
अखिलेश: अफसरों से काम करवाने का मेरा अपना तरीका है. अभी हाल में निरीक्षण करने श्रावस्ती गया था. वहां के लोग जिलाधिकारी को चोर बता रहे थे. हालांकि मुझे जिलाधिकारी को और कड़ी सजा देनी चाहिए थी
लेकिन मैंने उसको केवल वहां से हटाया है क्योंकि अभी उसके करियर की शुरुआत है. मेरा मानना है कि डंडा और प्यार साथ-साथ चलना चाहिए.
इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव में आपकी युवा टीम नहीं दिखाई पड़ी जिसने विधानसभा चुनाव में कमान संभाल रखी थी?
अखिलेश: कभी-कभी बादल आते हैं तो कुछ चीजें छिप जाती हैं. बरसात के बाद अब बादल छंटने वाले हैं. मुझे अपने युवा साथियों पर पूरा भरोसा है. जल्द ही सब दिखाई देंगे.
इंडिया टुडे- ऐसे आरोप लग रहे हैं कि आप और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टियों की राजनीतिक विरासत को क्षति पहुंचा रहे हैं?
अखिलेश: ऐसा कतई नहीं है. समाजवादियों ने हमेशा संघर्ष किया है और हमारे सामने हमेशा कठिन चुनौतियां भी आती हैं. पार्टी और हम मिलकर ऐसी चुनौतियों का सामना करेंगे. यूपी राजनीतिक हैसियत का बड़ा प्रदेश है. यहां तो चुनौतियां होंगी ही.
इंडिया टुडे- आपकी पार्टी के कई चुनावी वादे मसलन फ्री लैपटॉप, टैबलेट, साड़ी-कंबल अबतक पूरे नहीं हो पाए हैं?
अखिलेश: लैपटॉप तो सभी को मिला है. कुछ तकनीकी कारणों से टैबलेट बांटने में दिक्कतें आ रही हैं. हमने दो वर्ष में ही अपने ज्यादातर चुनावी वादे पूरे कर दिए हैं.
इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव के बाद अपनी सरकार की छवि बदलने और उसे सक्रिय अंदाज में ढालने के लिए आपका रोडमैप क्या है?
अखिलेश: सपा सरकार अब काम करते हुए जनता के बीच दिखाई देगी. मैं निर्णय लेने वाला हूं कि सपा नेता सरकार का काम भी करें और विपक्ष की भांति किसी भी घटना पर सबसे पहले पहुंचकर पीडि़त को न्याय दिलाएं.
इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का अगला मिशन क्या है?
अखिलेश: समाजवाद के बारे में लोग जानें. हमारी पुरानी पीढ़ी ने समाजवादियों को जो समझ, सिद्धांत और सपना दिया था उससे नई पीढ़ी को अवगत कराने के लिए पार्टी के पैसे से लखनऊ में एक स्थाई प्रशिक्षण शिविर की स्थापना ही नेताजी का अगला मिशन है.