एक बैंक के शुभ संदेश लेटरपैड पर एक चोर ने लिखा खत. खत जिसके शब्द मायूसी को बयान करते हैं. खत जिसका हर टेढ़ा-मेढ़ा अक्षर तीन बच्चों के उस पिता की त्रासदी को उधेड़ कर रख देता है. चार लाइन का वह खत यकीनन अपराध की बानगी है और इसे कहीं से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन खत की बेचारगी इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि देश का एक वर्ग गरीबी और महंगाई से त्रस्त होकर अपराध की खोखली दीवार पर अपने हाथों की रेखाएं घिस रहा है.
दरअसल, यह खत देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-6 के कैनरा बैंक को मिला है. खास बात यह खत लिखने वाले चोर ने यह चिट्ठी ब्रांच मैनेजर की कुर्सी पर बैठकर लिखी है. वह भी इस मायूसी के साथ कि वह बैंक से कुछ चुरा नहीं पाया. चोरी की यह नाकाम कोशिश रविवार रात को गई और खत सोमवार सुबह बैंक के कर्मचारियों को मिला. बैंक का ताला और दरवाजा टूटा देख कर्मचारियों ने आनन-फानन में पुलिस को फोन किया, जिसमें कुछ फिंगरप्रिंट और इस खत के अलावा कुछ नहीं मिला. पुलिस के मुताबिक बैंक का सारा पैसा और कीमती जेवर स्ट्रॉन्ग रूम में रखे हुए थे, जिस कारण चोर अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाया.
पुलिस ने अपने बयान में कहा, 'पुलिस की टीम खोजी कुत्तों के साथ सूचना पाकर बैंक पहुंची. हमने पाया कि चोर कुछ भी चुराने में नाकाम रहा. फिलहाल, सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और चोर के बारे में जानकारी और सबूत जुटाए जा रहे हैं.'
हालांकि पुलिस ने इस पूरे मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और छानबीन कर रही है, लेकिन खास बात यह है कि वारदात की यह नाकाम कोशिश नोएडा अथॉरिटी ऑफिस के परिसर में हुई है. यही नहीं, घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर एसपी, तीन सर्किल अधिकारियों और अन्य पुलिस अधिकारियों का भी कार्यालय है. यानी हाई सिक्योरिटी जोन होने के बावजूद चोर की सेंधमारी पुलिस के इंतजाम की हवा खोलने के लिए काफी हैं.