यूपी पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आया है. मामला बुंदेलखंड के ललितपुर का है जहां थानेदार ने एक किसान को पेशाब पीने को मजबूर कर दिया. यही नहीं, पुलिस ने इस किसान की बेरहमी से पिटाई भी की. किसान का कसूर सिर्फ इतना बताया जा रहा है कि वह अपनी पुस्तैनी जमीन पुलिस के कहने पर भी दबंगों को देने के लिए तैयार नहीं हुआ.
जानकारी के मुताबिक ललितपुर जिले के महरौनी थानाक्षेत्र में एक गांव है भौरंदा. वहां के किसान कांसीराम की कुछ बीघा जमीन है. वहां के कुछ दबंग नहीं चाहते कि वह उस जमीन पर खेती करें. किसान इसकी शिकायत पहले भी पुलिस से कर चुका है. दो दिन पहले महरौनी के चौकी इंचार्ज विजय सिंह ने एक पुलिसकर्मी को भेजकर किसान को घर से चौकी पर बुलवाया. चौकी इंचार्ज ने उससे उस जमीन पर खेती नहीं करने को कहा. इस पर किसान ने कहा कि यह उसकी पैतृक जमीन है और वह इसे नहीं छोड़ेगा.
किसान के विरोध करने पर गुस्साए चौकी इंचार्ज ने अन्य पुलिस कर्मियों से उसकी जमकर पिटाई करवा दी. इस दौरान किसान को सिर में गंभीर चोटें आईं. सब इंस्पेक्टर विजय सिंह को इतने में ही संतुष्टि नहीं मिली. किसान ने जब अपना फैसला नहीं बदला तो उसे मानव मूत्र पीने को कहा गया. इसका विरोध करने पर उसे फिर से पीटा गया और मूत्र पीने को मजबूर करने के बाद छोड़ा गया.
किसान का आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान उससे तीन हजार रुपये भी छीन लिए. उसने घटना की शिकायत एसपी विजय यादव से की है. एसपी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. आरोपी चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है.