देशभर में इस समय किसानों का मुद्दा चरम पर है. नेताओं से लेकर राजनीतिक पार्टियां तक हर कोई किसानों की बात कर रहा है. किसान भी अपनी उपज बढ़ाने के लिए कई तरह के उपाय कर रहा है. लेकिन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक ऐसा उदाहरण सामने आया है जो आपको चौंका भी सकता है और थोड़ा सावधान भी कर सकता है. बुलंदशहर में कुछ किसान आलू की पैदावार को बढ़ाने के लिए किसी दवा का नहीं बल्कि शराब का इस्तेमाल कर रहे हैं. यहां किसान अपने खेतों में शराब छिड़क रहे हैं.
न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार, बुलंदशहर में किसान अपनी आलू की पैदावार को बढ़ाने के लिए शराब छिड़क रहे हैं. इन किसानों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रही हैं. हालांकि, स्थानीय पौध उत्पादन अधिकारी का कहना है कि इस प्रकार किसी भी फसल में शराब का छिड़काव करना जानलेवा हो सकता है.
उन्होंने ये भी बताया कि इस प्रकार का कोई शोध भी नहीं है जो कि ये सिद्ध करता हो कि शराब का छिड़काव करने से फसल को फायदा होता है. उन्होंने स्थानीय किसानों से अपील भी कि वह इस प्रकार के प्रयोग का इस्तेमाल तुरंत प्रभाव से बंद कर दें.
Farmers using liquor to increase potato production in Bulandshahr. Plant Production Officer says, “There's no scientific reason behind use of alcohol as medicine for plants.I appeal to farmers to use right medicines. Farmers experiment with it to boost production, which is wrong pic.twitter.com/Bv6v4tBmZh
— ANI UP (@ANINewsUP) December 23, 2018
इससे किसी भी प्रकार का फायदा नहीं होता है. गौरतलब है कि कई तरीकों की परेशानी से जूझ रहा किसान चाहता है कि उसकी फसल की पैदावार अधिक हो, ताकि वह अधिक मात्रा में मुनाफा कमा सके. लेकिन इसी चक्कर में इस प्रकार की बड़ी गलतियां हो जाती हैं. साफ है कि अगर किसान आलू की पैदावार बढ़ाने के लिए इस प्रकार शराब का छिड़काव कर रहे हैं तो लोगों के लिए ये जानलेवा भी हो सकता है.
इस प्रयोग के पीछे किसानों का तर्क है कि वह काफी कम मात्रा में शराब का छिड़काव करते हैं इससे उनके आलू की पैदावार बंपर मात्रा में होती है. इतना ही नहीं बल्कि आलू का साइज भी काफी बड़ा होता है. कुछ किसानों का ये भी कहना है कि वह पिछले काफी समय से इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं.