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दादरी: दंगों के डर से हिंदू-मुस्लिम जोड़े की शादी के रजिस्ट्रेशन को 'NO'

बीते पांच महीने में दोनों ने कई बार सरकारी दफ्तर के चक्कर काटे और वरिष्ठ जिला अधिकारियों से मुलाकात भी की लेकिन कोई मदद नहीं मिली. दोनों के मुताबिक अफसरों ने उनकी शादी का रजिस्ट्रेशन करने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि इससे दंगे भड़क सकते हैं.

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आर्य समाज मंदिर में मंजीत और सलमा ने की थी शादी
आर्य समाज मंदिर में मंजीत और सलमा ने की थी शादी

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बीते साल के सांप्रदायिक दंगों के डर से उत्तर प्रदेश के दादरी टाउन में रहने वाले एक हिंदू-मुस्लिम जोड़ें की शादी का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा है.

24 वर्षीय मंजीत भाटी और 20 साल की सलमा ने छह महीने पहले शादी की थी. ये दोनों बीते साल 19 अक्टूबर को गौतम बुद्ध नगर जिले के दादरी से बाइक पर भाग कर इलाहाबाद चले गए थे. इसके तीन दिन बाद सलमा ने हिंदू धर्म अपनाया और अपना नाम सपना आर्या कर लिया.

दोनों ने आर्य समाज मंदिर में ही शादी की. बीते पांच महीने में दोनों ने कई बार सरकारी दफ्तर के चक्कर काटे और वरिष्ठ जिला अधिकारियों से मुलाकात भी की लेकिन कोई मदद नहीं मिली. दोनों के मुताबिक अफसरों ने उनकी शादी का रजिस्ट्रेशन करने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि इससे दंगे भड़क सकते हैं.

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मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी
मंजीत भाटी ने कहा कि उन्होंने अब तक डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, ADM, SDM और अन्य मजिस्ट्रेटों से मुलाकात की लेकिन किसी तरह की मदद नहीं मिल सकी है. इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.

20 हजार घूस की मांग
इस जोड़े ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे शादी का रजिस्ट्रेशन करने के बदले 20 हजार रुपये घूस भी मांगी गई है. हालांकि गौतम बुद्ध नगर के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट एनपी सिंह ने वादा किया है कि शादी का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले को देखने के लिए कह दिया है.

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