उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 67 सीटों पर जीत दर्ज की. समाजवादी पार्टी (SP) के गढ़ माने जाने वाले मैनपुरी, कन्नौज, बदायूं , फिरोजाबाद जिलों में बीजेपी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. फिरोजाबाद में बीजेपी ने अपनी जीत की का श्रेय सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी को दिया.
दरअसल, फिरोजाबाद के सिरसागंज से सपा की टिकट पर दो बार से विधायक हरिओम यादव को समाजवादी पार्टी ने कुछ महीने पहले यह कहते हुए निष्कासित किया था कि यह भाजपा से मिले हुए हैं. फिर हरिओम यादव, शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) में चले गए.
विधायक हरिओम यादव की पत्नी और बेटा प्रसपा से जिला पंचायत सदस्य हैं. फिरोजाबाद में बीजेपी के पास जिला पंचायत सदस्य 5 थे, विधायक हरिओम यादव के पास जिला पंचायत सदस्य 6 थे, फिर भी हरिओम यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी ना करके भारतीय जनता पार्टी को जिताया.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने कहा कि इस जीत का श्रेय हरिओम यादव को जाता है. बता दें कि विधायक हरिओम यादव, सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के धुर विरोधी हैं और एक महीने पहले ही उन्होंने घोषणा कर दी थी कि समाजवादी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष का पद हारेगी.
33 जिला पंचायत सदस्यों वाली फिरोजाबाद जिला पंचायत के अध्यक्ष के लिए 17 सदस्यों का समर्थन जरूरी था, जबकि समाजवादी पार्टी के पास 16 सदस्य थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में 12 वोट पड़े. हरिओम यादव का कहना है कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने बीजेपी से मिलकर उन्होंने अपने (सपा के) सदस्यों को बीजेपी को बेच दिया.