बहुजन समाज पार्टी के पूर्व महासचिव और मौजूदा कांग्रेसी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. दोनों ने मंगलवार को एमपीएमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के साथ ही अंतरिम जमानत की अर्जी दाखिल की थी. कोर्ट ने अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज कर जेल भेज दिया. दोनों नेता भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर अशोभनीय टिप्पणी करने के मामले में कुर्की के आदेश के बाद मंगलवार को कोर्ट में पेश हुए थे.
क्या है मामला
बता दें कि बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह की मां तेतरा देवी ने साल 2016 में 22 जुलाई को हजरतगंज कोतवाली में दर्ज मामले को लेकर बीएसपी सुप्रीमों मायावती पर उनके परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया था. जिसके बाद तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नसीमु्द्दीन सिद्दीकी और उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे रामअचल राजभर के नेतृत्व में बीएसपी कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान दयाशंकर सिंह की बेटी और उनके परिवार के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. आरोप यह भी हैं कि इन लोगों ने भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया भी था.
गौरतलब है कि साल 2016 में बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह ने बीएसपी प्रमुख मायावती को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. इस मामले में दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी भी हुई थी. विवाद बढ़ने के बाद दयाशंकर सिंह फरार हो गए थे जिसके बाद उन्हें बिहार के बक्सर से गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने भी मायावती और नसीमुद्दीन सिद्दीक के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.