उत्तर प्रदेश के अमरोहा में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां सरकारी अस्पताल में बिना महिला डॉक्टर के डिलीवरी कराए जाने का आरोप है. इस दौरान 4 नवजातों की मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. झकझोर देने वाला यह मामला अमरोहा के हसनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. फिलहाल सीएमओ की निगरानी में इसकी जांच की जा रही है.
सीएमओ राजीव सिंघल ने कहा, मंगलवार सुबह मेरे पास अस्पताल प्रशासन का फोन आया था. मैं अपनी टीम को लेकर यहां मौके पर पहुंचा. मैंने शुरुआती जांच की है और रजिस्टर वगैरह चेक किए. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यहां पर जो दो मौतें हुई हैं, उनमें दो नवजात मृत आए थे, वे स्टील बर्थ थे. जब अस्पताल में आए तो बच्चे की धड़कन पहले से बंद थी.
उन्होंने कहा, एक नवजात की जो मौत हुई, उसकी मां की छठवीं डिलीवरी थी. हीमोग्लोबिन कम था. दूसरे मरीज में भी हीमोग्लोबिन कम था. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मेरी नई नियुक्ति हुई है. मेरी पूरी कोशिश मरीज को जरूरी मदद देनी की होगी.
इस बीच नवजातों की मौत पर सवाल भी उठने लगे हैं. माना जा रहा है कि डॉक्टरों के तबादले का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ने लगा है. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नवजातों की मृत्यु दर कम करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसके बावजूद अमरोहा समेत कई अन्य जनपदों में लगातार नवजातों की मृत्यु दर में इजाफा हुआ है. ताजा घटना से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.