उत्तर प्रदेश के आगरा में कलेक्ट्रेट परिसर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जो कि एसपी वेस्ट कार्यालय के बाहर का है. यहां कार्यालय के बाहर कई बाइक खड़ी थीं. इसी दौरान दो से तीन बंदर बाइक पर पहुंच गए.
जमीन पर गिर गई बोतल
बंदरों ने बाइक के साइड में लगे बैग को खंगालना शुरू कर दिया. इस दौरान बैग से शराब की एक बोतल निकली, जिसका कवर बंदरों ने निकालकर फेंक दिया. इससे पहले बंदर ढक्कन खोलते बोतल जमीन पर गिर गई और बंदर भाग खड़े हुए.
बोतल देख दौड़कर पहुंचे सिपाही
जमीन पर पड़ी शराब की बोतल और उसका कवर देखकर आसपास खड़े सिपाहियों मौके पहुंचे. आनन-फानन सिपाहियों ने मौके से बोतल हटाकर छिपा दी.
सिपाही की थी बाइक!
ये पूरी घटना किसी ने कैमरे में कैद कर ली और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. कहा जा रहा है कि जिस बाइक से बंदरों ने शराब की बोतल निकाली थी, वह किसी सिपाही की है.
बंदरों के आंतक से परेशान हैं लोग
बता दें कि आगरा जिले में लोग बंदरों से काफी परेशान हैं. ताजमहल से बंदरों के आतंक को रोकने के लिए प्लान तैयार किया गया है. नगर निगम ने वन विभाग से बंदरों के बधियाकरण की अनुमति ले ली है. पहले चरण में 500 बंदरों की नसबंदी की जाएगी. इसके लिए 4 करोड़ रुपए का खर्चा किया जाएगा. इस काम की जिम्मेदारी आगरा नगर निगम ने अपने कंधों पर ली है.
जल्द ही अभियान चलाकर बंदरों को पकड़ा जाएगा और उनका बधियाकरण किया जाएगा. इसके लिए वन विभाग के साथ वाइल्डलाइफ एसओएस की टीम से भी समन्वय बना लिया गया है. ताजमहल से बंदरों का आतंक खत्म किया जाएगा.
ताजमहल परिसर में बंदरों ने आतंक फैला रखा है. जो कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग यानी एएसआई के लिए सिरदर्द बना हुआ है. ईएसआई लगातार विभागों को लेकर बंदरों को ताजमहल से हटाने के लिए कह रहा है. ताजमहल में बंदर आए दिन पर्यटकों को काट-पीट लेते हैं जिसका सीधा असर ताजमहल पर आ रहा है.