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गाजियाबाद: खुली मिली रेलवे ट्रैक की फिश प्लेट, टला बड़ा हादसा

लोगों ने संदिग्ध व्यक्ति की जमकर पिटाई भी की. फिलहाल व्यक्ति की मंशा का पता नहीं चल पाया है कि उसने यह क्यों किया. जीआरपी पुलिस, सेंट्रल इंटेलिजेंस के अधिकारी और आरपीएफ उस शख्स से पूछताछ कर रही है. इधर, रेलवे ने ट्रैक को ठीक कर दिया है और ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है.

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टूटी पड़ी फिश प्लेट
टूटी पड़ी फिश प्लेट

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जनता की सतर्कता से गाजियाबाद के मुरादनगर में बड़ा रेल हादसा होते-होते बच गया. शनिवार को स्थानीय लोगों ने एक अनजान शख्स को रेलवे लाइन पर फिश प्लेट को खोलते हुए पकड़ा.

लोगों ने संदिग्ध व्यक्ति की जमकर पिटाई भी की. फिलहाल व्यक्ति की मंशा का पता नहीं चल पाया है कि उसने यह क्यों किया. जीआरपी पुलिस, सेंट्रल इंटेलिजेंस के अधिकारी और आरपीएफ उस शख्स से पूछताछ कर रही है. इधर, रेलवे ने ट्रैक को ठीक कर दिया है और ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है.

गाजियाबाद के मुरादनगर के दयानंद कॉलोनी निवासी तीन युवक शिवा (16), विजय (15) और सचिन (14) कल बीते शुक्रवार को रेलवे ट्रैक के पास गए थे. करीब सुबह सवा आठ बजे जब वह वापस आ रहे थे तो पोल संख्या 38-19 के पास एक युवक रेलवे ट्रैक पर बैठा दिखा. युवक ने किशोरों से फोन करने के लिए मोबाइल मांगा.

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किशोरों ने मोबाइल नहीं होने की बात कही. इसी बीच एक युवक सचिन की नजर रेलवे ट्रैक पर पड़ी तो उसने देखा कि पटरियों को आपस में जोड़ने वाली फिश प्लेट और नट-बोल्ट अलग-अलग पड़े हुए थे. किशोरों ने जब इस बारे पूछा तो आरोपी भागने लगा.

किशोरों ने पीछा कर आरोपी को पकड़ लिया और शोर मचाया. मौके पर पहुंचे लोगों ने संदिग्ध शख्स की जमकर धुनाई की और रेलवे स्टेशन ले जाकर स्टेशन मास्टर को सौंप दिया. सूचना पर आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे.

30 साल का फुरकान बुलंदशहर का रहने वाला है. आरोपी से अभी पूछताछ जारी है. घटना के समय आरोपी को नशे में बताया जा रहा है. वहीं, घटना के कुछ देर बाद ही इस ट्रैक से देहरादून एक्सप्रेस को गुजरना था, जिसे मुरादनगर स्टेशन पर 50 मिनट तक रोका गया.

देहरादून एक्सप्रेस में शुक्रवार को सफर कर रहे यात्रियों की जिंदगी और मौत में सिर्फ चार मिनट का फासला था. यदि रेलवे ट्रैक से फिश प्लेट निकालकर पटरी खोलने की सूचना मिलने में चार मिनट की देरी हो जाती तो देहरादून एक्सप्रेस खुली हुई पटरी पर चढ़ जाती, जिससे बड़ा हादसा हो सकता था. बांद्रा से देहरादून जाने वाली देहरादून एक्सप्रेस का समय आठ बजकर 59 मिनट का है, जबकि रेलवे स्टेशन मास्टर को फिश प्लेट निकालने की सूचना आठ बजकर 55 मिनट पर मिली.

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मौके पर पहुंचे तीन किशोर और स्थानीय लोग आरोपी को पीटते-पीटते जब तक स्टेशन पर लाए, तब तक आठ बजकर 55 मिनट हो चुके थे. यदि चार से पांच मिनट की और देरी हो जाती तो देहरादून एक्सप्रेस खुली हुई पटरी पर ही गुजर जाती.

सूचना मिलते ही आनन-फानन में अधिकारियों और कंट्रोल रूम को अवगत कराया गया. देहरादून एक्सप्रेस को करीब 50 मिनट तक स्टेशन पर ही रोका गया. इसके बाद रेलवे ट्रैक को दुरस्त करवाकर ट्रेन को रवाना किया गया.

घटना को अंजाम देने वाला शख्स नशे की हालत में था. जिसे मेरठ रेलवे पुलिस को सौपा गया है. इससे पूछताछ की जा रही है और जांच के बाद ही घटना की वजह का पता लग पाएगा.

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