गाजियाबाद पुलिस ने अवैध हथियारों की एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. यह फैक्ट्री मुरादनगर से आगे एक गांव में तहखाने के अंदर एक तहखाना बनाकर चलाई जा रही थी. पुलिस ने इस मामले में कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से तीन मुंगेर के रहने वाले हैं.
गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है. पुलिस ने इनके पास से करीब 15 बनी हुई पिस्टल बीस अधबनी पिस्टल और पिस्टल बनाने के इस्तेमाल में आने वाले औजारों को बरामद किया है. पुलिस ने इनके पास से डेढ़ लाख रुपए कैश भी बरामद किया है. पुलिस का कहना है कि जिस वक्त उनकी टीम वहां पर पहुंची कुछ आरोपी मौके से भागने में भी कामयाब हो गए थे जिनकी तलाश जारी है.
पुलिस का कहना है कि उन्हें आसपास के लोगो ने जानकारी दी थी मुरादनगर के आगे के गांव में कुछ लोगों के एक घर से रात के वक्त आवाज आती है जैसे कुछ बनाया जा रहा है. लेकिन जब पुलिस की टीम उस घर में पहुंची तो उन्हें कुछ भी नजर नहीं आया. इसलिए पहले तो पुलिस को लगा कि किसी को कोई गलतफहमी हुई है, लेकिन जब पुलिस ने उस घर की छानबीन की तो नहीं एक दरवाजे के पीछे दूसरा दरवाजा नजर आया. पुलिस की टीम जब उस दरवाजे के अंदर घुसी तो फिर उसे एक तहखाने के अंदर घुसने का रास्ता नजर आया जहां पर सीढ़ियों की जगह सरियों से जुगाड़ सीढ़ी बनाई गई थी.
जब पुलिस की टीम उस तहखाने के अंदर घुसी तो उन्हें वहां भी कुछ नजर नहीं आया बल्कि एक छोटी पतली सुरंग जरूर नजर आई और जब उस रास्ते से पुलिस की टीम आगे बढ़ी तो उन्हें एक 10 बाई 10 का एक कमरा नजर आया जिसके अंदर तीन लोग बैठे थे और वह लोग पिस्टल बनाने में व्यस्त थे. पुलिस ने जिन पांच लोगों को यहां से गिरफ्तार किया है उनके नाम मोहम्मद मुस्तफा, आलम, कैसी आलम, सलमान और असगरी है. पुलिस के मुताबिक इस फैक्ट्री को गिरफ्तार महिला अधिकारी का पति जहीरूद्दीन चलाता था. लेकिन पुलिस की टीम के पहुंचने के पहले ही जहीरूद्दीन मौके से फरार हो गया. पुलिस जहीरूद्दीन की तलाश में जुटी हुई है.
पुलिस का कहना है कि आरोपी दिल्ली एनसीआर के गैंगस्टर को पिस्टल बेचा करते थे. इस पूरे गैंग के नेटवर्क की जानकारी के लिए पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी जमरूद्दीन की गिरफ्तारी के बाद ही साफ होगा.