उत्तर प्रदेश में गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद अफजाल अंसारी ने रमजान के महीने में अजान पर रोक लगाए जाने का प्रशासन पर आरोप लगाया है. उन्होंने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अवगत कराया है और मामले में संज्ञान लेने को कहा है.
प्रधानमंत्री को लिख पत्र में अफजाल अंसारी ने कहा कि 30 मार्च को यूपी के गाजीपुर में प्रशासन ने लॉकडाउन के दौरान कुछ मस्जिदों में यह कहकर नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी थी कि यहां पांच लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए थे. लेकिन इन मरीजों को वाराणसी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पाल में इलाज के बाद उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया और उन्हें वापस गाजीपुर भेज दिया गया. इस बीच, एक अन्य महिला जांच में संक्रमित पाई गई जिसका इलाज चल रहा है.
बसपा सांसद ने पीएम को लिखा पत्र
बसपा सांसद ने कहा कि लेकिन इसी आधार पर जिला प्रशासन ने 21 अप्रैल को पूरे गाजीपुर में लॉकडाउन का पालन करने के नाम पर मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी. इसे स्वीकार कर लिया गया. लेकिन अचानक 24 अप्रैल को मस्जिदों में होने वाले अजान पर रोक लगा दी गई. उन्होंने कहा कि अजान पर रोक लगाए जाने से रमजान के पवित्र महीने में बहुत से लोगों की भावना को ठेस लगी है. सांसद ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि वह न्याय के हित में उचित मार्ग दर्शन करें.
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धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक
इस बीच रमजान, ईद, बड़ा मंगल जैसे पर्वों को देखते हुए उत्तर प्रदेश के लखनऊ में नई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं. लॉकडाउन के दौरान ही रमजान का महीना भी चल रहा है. लॉकडाउन में आने वाले त्योहारों को देखते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस कमिश्नर की ओर से नई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं. गाइडलाइन के मुताबिक लखनऊ में सभी धार्मिक कार्यक्रमों समेत सामूहिक रूप से होने वाले कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है.
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