मुंबई में सुरों पर पहरे के बाद लखनऊ में रविवार को पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली की आवाज दिल खोलकर गूंजी. शाम-ए-अवध लखनऊ महोत्व में इस दौरान सीएम अखिलेश यादव और राज्यपाल राम नाईक भी मौजूद रहे. इस दौरान शिवसेना के विरोध और गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद दिखी.
गौरतलब है कि शिवसेना गजल गायक के कार्यक्रम का लगातार विरोध कर रही थी. ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी पुलिस ने शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया था.
शिवसेना का कहना है कि जब तक पाकिस्तान की ओर से सीमापार आतंकवाद नहीं रुकेगा, तब तक पड़ोसी देश के किसी भी कलाकार का भारत में कोई कार्यक्रम नहीं होगा. यूपी सरकार ने लखनऊ महोत्सव में गुलाम अली को गजल गाने के लिए बुलाया है. यूपी सरकार ने उनका जोरदार स्वागत किया है. यूपी पहुंचने पर गुलाम अली ने दादा मियां दारागाह का दौरा किया और वहां मन्नत की.
गौरतलब है कि इससे पहले अक्टूबर में मुंबई में होने वाले गुलाम अली के कार्यक्रम को शिवसेना के विरोध की वजह से रद्द करना पड़ा था. इसके बाद लखनऊ, दिल्ली में भी गुलाम अली का कॉन्सर्ट विरोध के कारण रद्द किया गया. हालांकि इस बीच केरल में शिवसेना के भारी विरोध के बीच गजल गायक का कार्यक्रम आयोजित किया गया. गुलाम अली शाम-ए-अवध लखनऊ महोत्सव में शिरकत करने वाले हैं.