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यूपी में लैपटॉप की मांग में सड़क पर उतरी छात्राएं

उत्तर प्रदेश पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है. घटना मुगलसराय की है. लैपटॉप न मिलने से नाराज सैकड़ों छात्राओं ने सड़क जाम कर दी थी. पुलिस ने उन छात्राओं से न सिर्फ धक्का-मुक्की की, बल्कि डंडे के बल पर खदेड़ भी दिया. इस दौरान एक लड़की बेहोश हो गई, जबकि कई लडकिया चोटिल हुईं.

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उत्तर प्रदेश पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है. घटना मुगलसराय की है. लैपटॉप न मिलने से नाराज सैकड़ों छात्राओं ने सड़क जाम कर दी थी. पुलिस ने उन छात्राओं से न सिर्फ धक्का-मुक्की की, बल्कि डंडे के बल पर खदेड़ भी दिया. इस दौरान एक लड़की बेहोश हो गई, जबकि कई लडकिया चोटिल हुईं.

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दरअसल मुगलसराय के लालबहादुर शास्त्री कॉलेज की सैकड़ों छात्राओं ने लैपटॉप के लिए आवेदन किया था. काफी समय बीत जाने के बाद भी उनको लैपटॉप नहीं मिला तो उनके सब्र का बांध टूट गया और छात्राएं सड़क पर उतर आईं. इसके चलते मुगलसराय-वाराणसी मार्ग पर जाम लग गया.

सूचना मिलने पर पहुचीं पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन लड़कियां सड़क से हटने के लिए राजी नहीं थी. इसके बाद पुलिस ने लड़कियों के साथ बदसलूकी करते हुए धक्का-मुक्की की और उन्हें बलपूर्वक खदेड़ दिया.

प्रदर्शनकारी छात्रा प्रिया ने कहा, 'हम लोग लैपटॉप के लिए यहां धरना प्रदर्शन कर रहे थे. हमें भरोसा दिलाया गया था लैपटॉप मिलेगा, लेकिन नहीं मिला. बनारस में कई कॉलेजों में तो मिल चुका है पर हमको नहीं मिल रहा है. कन्याधन भी देने को बोला गया था, लेकिन नहीं मिला. हम पर पुलिस ने लाठियां बरसाई हैं.'

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पुलिस की इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई से छात्राओं का गुस्सा और भड़क गया. छात्राओं ने पुलिस के साथ-साथ अखिलेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

उधर, जिला प्रशासन का कहना है की सरकार के निर्देशों के तहत अभी सिर्फ सरकारी स्कूल के बच्चों को ही लैपटॉप वितरण का प्रावधान रखा गया है और जिस कॉलेज की ये छात्राएं हैं वो अभी सरकार द्वारा एडेड नहीं है. हालाकि जिला प्रशासन का कहना है हिक प्रदर्शनकारी छात्राओं की डिमांड शासन को भेजी जाएगी. चंदौली के एसडीएम सुजीत कुमार ने इस बाबत जानकारी दी.

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