केंद्र सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को जबरन रिटायर करने के पक्ष में है. इसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी प्रशासन ने नाकारा अफसरों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. यूपी में नाकारा पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर कर दिया गया है.
ताजा मामला गोंडा का है. जहां 10 नाकारा पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर किया गया है. देवीपाटन मंडल गोंडा में 50 साल से ज्यादा उम्र के मंडल के 10 नाकारा पुलिसकर्मियों को जबरन सेवानिवृत किया गया है. डीआईजी के मुताबिक देवीपाटन मंडल के गोंडा बहराइच बलरामपुर और श्रावस्ती जिलों से इंस्पेक्टर, एसआई समेत कुल 10 पुलिसकर्मियों पर यह कार्रवाई की गई है.
इन पुलिसकर्मियों को काम में देरी, अनुपस्थित रहने जैसे कारणों के चलते जबरन रिटायरमेंट दिया जा रहा है. पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि आगे भी 50 साल की उम्र पूरा करने वाले अफसरों की स्क्रीनिंग जारी रहेगी और ऐसे नाकारा पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर किया जाएगा.
देवीपाटन मंडल गोंडा के डीआईजी राकेश सिंह के मुताबिक, '10 पुलिसकर्मी अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त किए गए हैं. इसमें एक निरीक्षक, तीन उपनिरीक्षक, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल समेत कुल 10 को सेवानिवृत्त किया गया है. ये पुलिसकर्मी लगातार काम के दौरान अनुपस्थित पाए गए. जिसके बाद इन पर कार्रवाई की गई. नियम के मुताबिक इन लोगों को रिटायर किया गया है. आने वाले वक्त में भी 50 साल की उम्र पूरा होने पर स्क्रीनिंग की जाएगी और नाकारा अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी.'
बता दें कि केंद्र सरकार के जबरन रिटायरमेंट की पहल के बाद कई राज्यों ने भी इस पर अमल करना शुरू कर दिया है. इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली और मध्य प्रदेश भी शामिल है. इन राज्यों में भी अधिकारियों की लिस्ट मांगी गई है. ताकि उचित कार्रवाई की जा सके.