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खुशखबरी! लखनऊ के बलरामपुर हॉस्पिटल में अब करा सकते हैं कैंसर का इलाज

अब कैंसर से ग्रसित मरीज लखनऊ के पीजीआई और केजीएमयू अस्पताल के अलावा बलरामपुर अस्पताल में भी इलाज करवा सकते हैं. बलरामपुर अस्पताल में इसके के लिए कैंसर ओपीडी की शुरुआत की गई है. जानिए सभी जानकारी-

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लखनऊ स्थित बलरामपुर अस्पताल
लखनऊ स्थित बलरामपुर अस्पताल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बलरामपुर अस्पताल में शुरू हुई ओपीडी
  • हफ्ते में तीन दिन चलेगी कैंसर ओपीडी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित बलरामपुर अस्पताल में भी अब कैंसर बीमारी से जूझ रहे मरीज अपना इलाज करवा सकेंगे. बलरामपुर अस्पताल में इसके के लिए कैंसर ओपीडी की शुरुआत की गई है. ऐसे में अब कैंसर से ग्रसित मरीज लखनऊ के पीजीआई और केजीएमयू अस्पताल के अलावा बलरामपुर अस्पताल में भी इलाज करवा सकते हैं.

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बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल में कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए ओपीडी कमरा नंबर 12 में शुरू की गई है और यह ओपीडी सप्ताह के 3 दिन (सोमवार,मंगलवार और बुधवार) को रहेगी. बलरामपुर अस्पताल में फर्स्ट स्टेज के सीमित प्रकार के कैंसर के मरीजों का इलाज किया जाएगा,

इसमें गला, महिलाओं का स्तन, गर्भाशय, पित्त की थैली, पेनक्रियाज अंडकोष, मुंह का कैंसर और प्रोस्टेट का कैंसर का उपचार किया जाएगा. मरीज परामर्श के तौर पर रेडियोथैरेपी के डॉक्टर अभय सिंह से मिलकर और उन्हें दिखाकर उचित परामर्श ले सकते हैं. डॉ. गुप्ता ने बताया कि कैंसर से संबंधित दवाई भी अस्पताल में उपलब्ध हो गई है.

सीएमएस डॉ. गुप्ता ने आगे बताया कि कैंसर के लिए कीमोथेरेपी की भी व्यवस्था की गई है, साथ ही साथ कीमोथेरेपी से संबंधित जो मेडिसिन है, वह भी चिकित्सालय में उपलब्ध रहेंगी. 

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बलरामपुर के सीएमएस ने बताया कि कीमोथेरेपी के अलावा कैंसर की सर्जरी भी की जाएगी, हालांकि जिन मरीजों को बेहतर और हाईटेक सेवा की जरूरत होगी उसके लिए हमारा अस्पताल,एसजीपीजीआई,राम मनोहर लोहिया और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कैंसर विभाग से संपर्क साध कर मरीजों को वहां रेफेर कर देगा.

डॉ. गुप्ता ने यह भी बताया कि कैंसर डिपार्टमेंट में कुल 5 सीनियर डॉक्टर तैनात रहेंगे, जिसमें डॉ. अमिताभ श्रीवास्तव (स्तन कैंसर का इलाज और सर्जरी), डॉ. अरविंद प्रसाद एमडी पैथोलॉजी एफएनएसी और बायोप्सी के विशेषज्ञ हैं. साथ ही डॉ. एएम रिजवी रेडियोलॉजी जो एचआरसीटी मैमोग्राफी के स्पेशलिस्ट है और उसकी जांच करेंगे.

इसके अलावा डॉ. अभय सिंह रेडियोथैरेपी जो कि कैंसर का मुख्य इलाज है, उसकी कमान संभालेंगे.

 

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