गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के पास सिपाहियों पर हमले के मामले में कई नए खुलासे हुए हैं. जांच में सामने आया है कि हमलावर हाल ही में नेपाल भी गया था. उससे पुलिस को कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं. ऐसे में जांच एजेंसियों का दावा है कि इसका आतंकी कनेक्शन होने से इनकार नहीं किया जा सकता.
दरअसल, गोरखनाथ पीठ में अहमद मुर्तजा अब्बासी नाम के शख्स ने हथियार लहराया तो हड़कंप मच गया. उसने पुलिसवालों पर हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया. मंदिर के पास मौजूद लोगों को धारदार हथियार से डराने की कोशिश की. आरोप है कि मुर्तजा ने हमले के दौरान अल्लाह-हू-अकबर का नारा भी लगाया.
गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी
इस हमले की खबर लगते ही खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे और सबसे पहले जख्मी पुलिसवालों से मुलाकात की. उनका हाल जाना. फिर अपने लाव लश्कर के साथ निकल पड़े गोरखनाथ मंदिर. पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी को एक-एक अपडेट दिया. जहां हमला हुआ था, उस जगह पर भी सीएम योगी पहुंचे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की जानकारी ली. दरअसल, रविवार की देर शाम ये वारदात हुई. हर कोई सन्न रह गया कि इतने हाईसिक्योरिटी वाले मंदिर परिसर में किसने हमले की हिमाकत कर दी. आखिर कौन है ये शख्स जिसने गोरखधाम के गेटर नंबर एक पर मौजूद 2 सुरक्षाकर्मियों को घायल कर मंदिर में घुसने की नाकाम कोशिश की?
यूपी पुलिस का दावा- आतंकी कनेक्शन से इनकार नहीं
क्या था इसका इरादा? उसने क्यों ऐसा किया? उत्तर प्रदेश पुलिस कह रही है कि इस पूरे मामले में आतंकी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह दावा किया. इस हमले की जांच में जुटी ATS और STF की टीम को कई सनसनीखेज दस्तावेज मिले हैं.
नेपाल और कोयंबटूर गया था मुर्तजा
तफ्तीश में बड़ा खुलासा ये हुआ है कि आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी कट्टरपंथी बनने की ऑनलाइन ट्रेनिंग ले रहा था. वो खुद को धर्म के नाम पर कुर्बानी देने वाला समझने लगा था. पता ये भी चला है कि हाल के दिनों में अब्बासी नेपाल, कोयंबटूर और लुंबिनी गया था. उसके पास से कई बैंकों के एटीएम कार्ड भी मिले हैं. उर्दू में लिखा साहित्य भी बरामद हुआ है.
पिता ने खारिज की आतंकी की थ्योरी
यूपी पुलिस मान रही है कि हमलावर मंदिर में घुस जाता तो काफी नुकसान हो सकता था. हालांकि आतंकी कनेक्शन के आरोपों पर अहमद मुर्तजा के परिजनों का कहना है कि वो बचपन से ही मानसिक रोगी है. पिता मुनीर अहमद अब्बासी किसी भी आतंकी थ्योरी को खारिज कर रहे हैं.
ATS और IB की टीमें करेगी पूछताछ
मुनीर अहमद अब्बासी ने हम कैसे मान लें कि वह आतंकी हो गया, आतंकी होता तो बंदूक लेकर जाता, वह किसी और के बहकावे में नहीं अपने दिमाग के बहकावे में था जो मानसिक रोगी है. खैर आरोपी अहमद गिरफ्तार हो चुका है. कोर्ट ने उसे 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. इस दौरान ATS और आईबी की टीमें भी पूछताछ करेंगी ताकि हमले का एक एक सच सामने आ सके.