उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सैफई महोत्सव की तर्ज पर गोरखपुर महोत्सव का आयोजन करा रही है. सपा शासन में मुलायम सिंह यादव के गृह क्षेत्र सैफई में सैफई महोत्सव सरकारी धन पर आयोजित किए जाते रहे हैं. ऐसे में बीजेपी विपक्ष में रहते हुए सैफई महोत्सव का विरोध करती रही है, लेकिन अब सपा के रास्ते पर ही चलती नजर आ रही है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव चाहकर भी विरोध नहीं कर पा रहे हैं. क्योंकि जिनके घर शीशे के होते हैं, वो दूसरों के घर पर कैसे पत्थर मारे. दरअसल अखिलेश खुद ही सत्ता में रहते हुए सरकरी धन पर सैफई महोत्सव कराते रहे हैं. ऐसे में वो कैसे गोरखपुर महोत्सव का विरोध करे. विरोध करते हैं तो खुद ही उनके शासन में हुए सैफई महोत्सव पर सवाल खड़े होंगे.
गोरखपुर महोत्सव के बारे पुछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने पहले चुटकी ली और फिर कहा कि बेहतर है. समाजवादी लोग ऐसे कार्यक्रमों का विरोध नहीं करते हैं. प्रदेश में ऐसे में कार्यक्रम होते रहने चाहिए. उन्होंने ये बात जरूर कही कि जो लोग कल तक सैफई महोत्सव का विरोध करते रहे हैं आज वही लोग गोरखपुर महोत्सव करा रहे हैं.
बता दें कि गोरखपुर में तीन दिवसीय 'गोरखपुर महोत्सव' आज से शुरू हो रहा है और 13 जनवरी तक चलेगा. योगी सरकार ने इस महोत्सव पर 33 लाख रुपये खर्च करने की स्वीकृति दी है.
गोरखपुर महोत्सव के दौरान यूपी स्टेट राइफल एसोसिएशन लखनऊ के सहयोग से शूटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा. महोत्सव के ही तहत तीनों ही दिन आरपीएफ के रजही कैंप में शूटिंग प्रतियोगिता भी होगी.
इसमें फिल्मी दुनिया के प्रमुख कलाकारों के अलावा स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे. माना जा रहा है कि महोत्सव के माध्यम से यहां के कलाकारों, स्कूली बच्चों एवं जनपद में छिपी प्रतिभाओं को आगे लाया जाएगा. महोत्सव में इंटर स्कूल चैम्पियनशिप के तहत 16 प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं. इनमें पेंटिंग, चेस, क्यूब्स, स्पेलिंग, लोकगीत, संस्कृत श्लोक, डांस, फैंसी ड्रेस, बैनर डिजाइनिंग आदि शामिल है.