गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिस पर हमला (gorakhpur temple attack) करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी (ahmad murtaza abbasi) के तार आतंकवाद से जुड़ते दिख रहे हैं, जिसके बाद मामले की गहन जांच शुरू हो चुकी है. पुलिस उसकी मदद करने वाले लोगों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है. पुलिस के हाथ मुर्तजा के दो साथी लगे हैं, जिन्होंने उसको मंदिर के पास तक छोड़ा था. मुर्तजा क्या आतंकी संगठन अंसार गजवातुल हिंद से जुड़ा था? इसकी भी जांच हो रही है.
फिलहाल गोरखपुर के आसपास के जिलों में छापेमारी जारी है. इसमें कुशीनगर (2 लोग), संत कबीरनगर से 1, महाराजगंज 2 लोग हिरासत में लिए गए हैं. इन लोगों से Chat box के जरिए मुर्तजा बात करता था, ऐसा आरोप है.
मुर्तजा गोरखनाथ मंदिर के बाहर कैसे पहुंचा, उसके पास वह हथियार कहां से आया? इसकी भी जांच जारी है. फिलहाल पुलिस ने महाराजगंज के रहने वाले दो लड़कों को पकड़ा है. वे मुर्तजा के दोस्त हैं. उन दोनों ने ही मुर्तजा को अपनी मोटरसाइकल से गोरखनाथ मंदिर के बाहर छोड़ा था. एटीएस ने उनको महाराजगंज से हिरासत में ले लिया है. इनके अलावा भी छापेमारी में कुछ लोग पकड़े गए हैं, जिनसे पूछताछ जारी है.
यह भी पढ़ें - Gorakhpur temple: 36 लाख का समन, जान देने की टेंडेंसी... गोरखनाथ मंदिर के हमलावर के पिता ने किए ये खुलासे
पकड़े गए लोगों में मिनहाज नाम का शख्स भी शामिल है. उससे ATS पूछताछ कर रही है. वह अंसार गजवातुल हिंद से जुड़ा है. मिनहाज को ब्रेन वाश करके आतंकी बनाने में महारथ हासिल है, ऐसा कहा गया है. अब सवाल उठ रहा है कि क्या मिनहाज ने ही मुर्तजा का भी ब्रेन वॉश किया था? UPATS मुर्तजा अब्बासी और मिनहाज के कनेक्शन की जांच कर रही है.
ऐप डिवेलपर है मुर्तजा
अहमद मुर्तजा अब्बासी ऐप डिवेलपर था. जानकारी जुटाई जा रही है कि वह किसके संपर्क में था. उसने कौन-कौन से ऐप पर काम किया था. क्योंकि वह ऐप से भी लोगों से बात करता था.
मुर्तजा हाल ही में नेपाल गया था, उसके इस विदेशी दौरे पर भी सवाल उठ रहे हैं. मुर्तजा ने नेपाल लौटने पर बांका (लोहे का टेढ़ा हथियार) खरीदा था. अब जानकारी जुटाई जा रही है कि उसने बांका कब और किस दुकान से खरीदा था.
केमिकल इंजीनियर है मुर्तजा
बता दें कि अहमद मुर्तजा अब्बासी ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. वह गोरखपुर के सिविल लाइन इलाके का रहने वाला है. डिग्री हासिल करने के बाद दो बड़ी कंपनियों (रिलायंस इंडस्ट्रीज, Essar पेट्रोकेमिकल्स) में उसने नौकरी की. मुर्तजा अब्बासी के पिता मोहम्मद मुनीर कई फाइनेंस कंपनियों में लीगल एडवाइजर रहे हैं. चाचा गोरखपुर के बड़े डॉक्टर है अब्बासी हॉस्पिटल के मालिक है. आरोपी की एक बार शादी, बातचीत के दौरान टूट गई बाद में दूसरी लड़की से शादी हुई तो पत्नी छोड़ कर चली गई.
पहले से रडार पर था मुर्तजा?
खबरों के मुताबिक, घटना से एक दिन पहले अधिवक्ता बनकर उसको ढूंढते हुए उसके घर एटीएस की एक टीम पहुंची थी लेकिन इसकी भनक लगने के बाद नेपाल चला गया था. जो लोग मुर्तजा के घर गए थे उनकी तस्वीरें भी आई हैं. हालांकि, मुर्तजा के पिता का कहना है कि एक अप्रैल को उनके घर दो लोग आए थे जो खुद को पुलिसवाला बता रहे थे. उन्होंने कहा था कि वो मुर्तजा की तलाश कर रहे हैं. उन्होंने मुर्तजा के खिलाफ 35 लाख रुपये का समन जारी होने की बात कही थी.
इसके अलावा UP ATS की एक टीम मुंबई भी गई थी. यह आज वापस आ जाएगी. गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी से पूछताछ के बाद कुछ फैक्ट को वेरिफाई करने के लिए इस टीम को भेजा गया था.
पिता ने कहा- मानसिक हालत ठीक नहीं
मुर्तजा के घरवाले कह रहे हैं कि 2017 से उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है. कई डॉक्टरों से इलाज करवाया गया है. फिलहाल मुर्तजा मुंबई में ही रहता था. बीते कुछ सालों से उसने दोस्तों से मिलना जुलना भी कम कर दिया था. बेटे के आतंकी होने के शक पर पिता ने कहा कि हम कैसे मान लें कि वह आतंकी हो गया है. आतंकी होता तो बंदूक लेकर जाता. वह किसी और के बहकावे में नहीं अपने दिमाग के बहकावे में था क्योंकि वह मानसिक रोगी है.
बता दें कि 3 अप्रैल को मुर्तजा ने जबरन गोरखनाथ मंदिर में घुसने की कोशिश की थी. पीएसी के जवानों ने उसे रोकना चाहा तो उसने धारधार हथियार से हमला कर दिया. बाद में उसको किसी तरह काबू करके पकड़ लिया गया. हालांकि, इसमें दो पुलिसवाले जख्मी हो गए थे.