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यूपी के बुंदेलखंड इलाके में भीषण गर्मी पड़ रही है. इस इलाके में पारा 44 डिग्री को पार जा चुका है और आसमान आग उगल है. भीषण गर्मी से पशु, पक्षियों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है और हमीरपुर जिले के 500 तालाब और 12 सूखे पोखरों को भरने का निर्णय लिया गया है. जिला प्रशासन ने पानी भरने का काम शुरू कर दिया है.
हमीरपुर ज़िले में हर साल की तरह इस साल भी बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है. इस साल अप्रैल के महीने में ही पारा 44 के पार पहुंच गया है. जिसके चलते जिले के तमाम पोखर, तालाब ,नदी ,नाले सूख गए हैं. कुछ में थोड़ा बहुत पानी ही बचा है. हालात यह हैं की तमाम शहरी इलाकों सहित ग्रामीण इलाकों में आम इंसान को पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है. ऐसे में बेज़ुबान पालतू और जंगली जानवर सहित परिंदे भी परेशान हैं. जिसको देखते हुए ज़िला प्रशासन ने तमाम पोखर और तालाबों को भरने का फैसला किया है.
हमीरपुर ज़िले में आंशिक या पूर्ण रूप से सूखे 500 तालाब व 1200 पोखर चिन्हित किये गए हैं, जिनमें पानी भरने का काम शुरू किया जा चुका है. यह सब कुछ इसलिए किया जा रहा है, ताकि मवेशियों को पानी के लिए इधर उधर ना भटकना पड़े. कुछ ऐसे गाँव भी चिन्हित किये गए हैं, जहां जल का स्तर बहुत नीचे चला गया है. वहां ज़िले में उपलब्ध 65 टैंकरों से पानी सप्लाई किये जाने की कवायद भी चल रही है.
ज़िले में 228 तालाब ऐसे भी हैं जिन्हें भरने के लिए कोई साधन नहीं हैं, वहां मवेशियों को पानी की व्यवस्था कराने के लिए सड़क किनारे स्थित 1200 पोखर और गड्ढों को भरा जाएगा. इसके साथ ही 1000 चरही को भी भरवाया जाएगा.
सीडीओ विकास मिश्रा ने बताया कि पेयजल व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए ज़िले में संचालित सभी विभागों की पेयजल योजनाओं की क्रास जांच कराई जा रही है. गोहांड में एक नलकूप स्थापना का कार्य चल रहा है. मिश्रा ने आगे कहा कि सरीला में एक व मौदहा में तीन नलकूपों को लगाया जाना है. साथ ही विकास भवन में कंट्रोल रूम भी बनाया जा चुका है. जहाँ 24 घंटे ड्यूटी पर कर्मचारी तैनात किया जाएगा, जो किसी भी सूचना पर उस इलाके में पानी उपलब्ध कराने का काम करेगा.
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