गुरमेहर कौर की टिप्पणी पर भले ही देशभर में भूचाल आ गया हो लकिन कई शहीदों का परिवार गुरमेहर को गलत नहीं मानता और उसकी बातों के गलत मतलब निकालने वालों को गलत करार दे रहा है. लखनऊ में शहीद मनोज पांडे के पिता ने तो यहां तक तक कह डाला कि गुरमेहर पर देशभर में भूचाल लाने वाले लोग ही देशद्रोहियों की तरह से व्यवहार कर रहे हैं.
आपको बता दें कि शहीद मनोज पांडे कारगिल में न सिर्फ शहादत देने वाले पहले लोगों में थे बल्कि उनकी वीरता के लिए उन्हें परमवीर चक्र भी दिया गया. शहीद कैप्टन मनोज पांडे का परिवार गुरमेहर कौर पर उंगली उठाने वालों को कटघरे मे खड़ा कर रहा है. शहीद मनोज पांड़े के पिता गोपीचंद पांडे कहते हैं कि गुरमेहर एक शहीद की बेटी है और कोई शहीद का परिवार देशद्रोह की बात सोच भी नहीं सकता, गुरमेहर की टिप्पणी में कोई ऐसी बात नहीं कही जो देश के खिलाफ हो, कोई ऐसी बात नहीं कही जो पाकिस्तान के समर्थन में हो.
गोपीचंद पांडे ने लोगों से अपील की कि वो शहीद के परिवारों की व्यथा को समझे और तब अपनी प्रतिक्रया दें. शहीद मनोज पांडे के पिता कहते हैं कि ये सोचना भी बेवकूफी है कि किसी शहीद की बेटी देश के खिलाफ कोई विचार रखेगी, जरूरत उसके बयानों के असल मतलब समझने की है. हालांकि बुजुर्ग गोपीचंद ये मानते हैं कि अगर पाकिस्तान ने ये युद्ध न थोपी होती तो न सिर्फ गुरमेहर के पिता बल्कि उनके बेटे मनोज पांडे भी आज जीवित होते.
खास बात यह भी रही कि गोपीचंद गुरमेहर की टिप्पणी पर भले ही मुरमेहर के साथ खड़े हों लेकिन कश्मीर समर्थक नारों पर खासे नाराज दिखते हैं.