ज्ञानवापी केस में सुनवाई और आए फैसले के चलते वाराणसी समेत पूरा उत्तर प्रदेश हाई अलर्ट पर है. वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, ज्ञानवापी मस्जिद और वाराणसी कोर्ट परिसर जहां छावनी में तब्दील है और धारा 144 लागू है. इसके अलावा राजधानी लखनऊ में ड्रोन से पेट्रोलिंग की जा रही है.
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि कोर्ट ने हमारी बहस को माना है. मुस्लिम पक्ष के आवेदन को रद्द कर दिया है. कोर्ट ने कहा है कि याचिका सुनवाई योग्य है. अब इस मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी. याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य ने कहा कि ये हिंदू समुदाय की जीत है. आज का दिन ज्ञानवापी मंदिर के लिए शिलान्यास का दिन है. हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं. याचिकाकर्ता मंजू व्यास ने कहा कि आज पूरा भारत खुश है. मेरे हिंदू भाई-बहनों को जश्न मनाने के लिए दिए जलाने चाहिए.
इस मामले में आए फैसले को लेकर लखनऊ में अलर्ट जारी किया गया. लखनऊ के चौक चौराहे से लेकर नखास तक पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर के पैदल मार्च किया. इसके साथ ही ड्रोन से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है. पुलिस कई इलाकों में फ्लैग मार्च निकाल रही है. लखनऊ के अलावा पीलीभीत और फतेहपुर में भी पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला है.
विश्वनाथ मंदिर के अंदर भजन-कीर्तन
इससे पहले फैसले को लेकर वाराणसी में मंदिर, मस्जिद से लेकर कोर्ट तक जबरदस्त गहमागहमी दिखी. कोर्ट के बाहर पुलिस वालों का सख्त पहरा रहा. जहां भीड़- भाड़ कम करने के लिए लगातार मुनादी की गई. उधर, काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में भी फैसले को लेकर जबरदस्त उत्साह था. महिलाएं मंदिर के बाहर भजन गा रही थीं.
फैसला हिंदू पक्ष में आए... इसके लिए भारतेंदु हरिश्चंद्र पार्क में बने मंशापूरन हनुमान मंदिर में सैंकड़ो लोग जुटे और एक स्वर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. मंदिर के बाहर गायक राजन तिवारी ने भी बनारसी अंदाज में भक्ति का रंग घोल दिया. ज्ञानवापी के फैसले का मुद्दा वाराणसी के हर चौक-चौराहे और गलियों में छाया है.