वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद की सर्वे की रिपोर्ट आज अदालत में पेश नहीं होगी. सीनियर डिवीजन की अदालत में एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह ने संयुक्त रूप से रिपोर्ट पेश करने के लिए 2 दिन का समय मांगा है, जिसकी एप्लीकेशन वाराणसी कोर्ट में दाखिल कर दी गई है. विशाल सिंह ने बताया की रिपोर्ट हमारी लगभग तैयार है लेकिन रिपोर्ट पेश करने के लिए हमने 2 दिन का समय मांगा है.
इससे पहले विशेष कमिश्नर विशाल सिंह ने कहा था कि आज 12 बजे तक रिपोर्ट दाखिल कर देंगे. हालांकि सहायक वकील कमिश्नर अजय सिंह ने कहा था कि आज रिपोर्ट नहीं सब्मिट हो पाएगी. विशाल सिंह और अजय सिंह के अलग-अलग बयानों की वजह से सर्वे रिपोर्ट के कोर्ट में सब्मिट होने पर सस्पेंस खड़ा हो गया था.
17 मई यानी आज है सर्वे रिपोर्ट सब्मिट करने की मियाद
गौरतलब है कि 12 मई को वाराणसी कोर्ट ने 17 मई से पहले दोबारा सर्वे का आदेश दिया और कोर्ट कमिश्नर को बदलने से इनकार कर दिया था. कोर्ट ने आदेश दिया था कि मस्जिद समेत पूरे परिसर का सर्वे होगा. साथ ही विशाल सिंह को विशेष कमिश्नर बनाया गया था, जो पूरी टीम का नेतृत्व करेंगे. उनके साथ अजय प्रताप सिंह को भी शामिल किया गया था.
तीन दिन तक चला सर्वे का काम
वाराणसी कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का काम तीन दिन में कल (सोमवार) पूरा कर लिया गया. सर्वे के तीसरे दिन यानी सोमवार को हिंदू पक्ष ने वजूखाने के करीब कुएं में शिवलिंग मिलने का दावा किया. मस्जिद के जिस वजूखाने वाले हिस्से में शिवलिंग मिल जाने का दावा किया जा रहा है उसका एक पुराना फुटेज भी सामने आया.
हालांकि इन तस्वीरों का सर्वे से कोई लेना देना नहीं है. वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा सामने आने के बाद वाराणसी कोर्ट ने डीएम कौशल राज शर्मा को वो जगह तुरंत सील करने का आदेश दिया. वहां किसी भी व्यक्ति के आने-जाने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया गया है. साथ ही वजू पर पाबंदी लगा दी गई है.
पहले दिन चार तहखाने का सर्वे
ज्ञानवापी के सर्वे के काम तीन दिन चला है. पहले दिन चार तहखाने का सर्वे हुआ, जिसके बाद हिन्दू पक्ष ने कल्पना से परे सबूत मिलने का दावा किया था. दूसरे दिन करीब साढ़े पांच घंटे तक सर्वे का काम हुआ और तीसरे दिन बचा हुआ काम पूरा किया गया. इस बीच आज ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी.
मुस्लिम पक्ष ने दावे को किया खारिज
उधर विश्व हिंदू परिषद भी शिवलिंग के दावे को मंदिर का पुख्ता साक्ष्य मान रहा है. सर्वे में क्या मिला? शिवलिंग के दावे के बाद हर किसी के मन में ये जानने की जिज्ञासा कहीं ज्यादा बढ़ गई है. कोर्ट की हिदायत के चलते कोई भी पक्ष इस बारे में खुलकर कुछ भी नहीं कह रहा है .हिंदू पक्ष ने अपनी ओर से कुछ दावा किया तो मुस्लिम पक्ष ने दावे को गलत बता दिया.
सियासी बयानबाजी शुरू
ज्ञानवापी में शिवलिंग के दावे के बाद इस पर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सर्वे से छुपा सच सामने आने की बात कही तो दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रभु के दर्शन की इच्छा जताई. इन बयानों के आते ही AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी दम भरा और कयामत तक मस्जिद करने का दावा किया.