Gyanvapi Second Survey Report: वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद की दूसरी सर्वे रिपोर्ट गुरुवार को कोर्ट में जमा कर दी गई. कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह ने 12 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी. हालांकि, उन्होंने रिपोर्ट के बारे में कुछ नहीं बताया.
आजतक के पास रिपोर्ट से जुड़े पन्ने मौजूद हैं. रिपोर्ट के पेज नंबर 7 पर सर्वे से जुड़ी बेहद अहम बातें लिखी हुई हैं. इसमें वजू के लिए इस्तेमाल किए जा रहे तालाब के बीचों-बीच मिलने वाली शिवलिंगनुमा आकृति का भी जिक्र है. आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में किन बातों का जिक्र किया गया.
दूसरी सर्वे रिपोर्ट की 10 बड़ी बातें
1. कोर्ट कमिश्नर ने नगर निगम के कर्मचारी को सीढ़ी लिटाकर बीचों-बीच भेजा और पानी कम कराकर मछलियों को सुरक्षित रखने के लिए मत्स्य पालन अधिकारी को मौके पर बुलाकर सलाह ली गई.
2. मत्स्य पालन अधिकारी ने कहा कि 2 फीट तक पानी लेवल में रहने तक मछलियां जीवित रहेंगी. सलाह के मुताबिक पानी कम किया गया.
3. पानी कम करने पर काली गोलाकार पत्थरनुमा आकृति दिखाई दी. इसकी ऊंचाई करीब 2.5 फीट रही होगी. इसके टॉप पर कटा हुआ गोलाकार डिजाइन का अलग सफेद पत्थर दिखाई पड़ा.
4. पत्थर के बीचों-बीच आधे इंच से थोड़ा कम का गोल छेद था. इसमें सींक डालने पर 63 सेंटीमीटर गहरा पाया गया. इसकी गोलाकर आकृति नापी गई तो बेस का व्यास करीब 4 फीट पाया गया.
5. वादी पक्ष के अधिवक्तागण इस काले पत्थर को शिवलिंग कहने लगे. प्रतिवादी संख्या 4 के वकील ने कहा कि यह फव्वारा है. सर्वे टीम ने इसकी पूरी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की. जो रिपोर्ट के साथ सील बंद है.
6. सर्वे टीम ने अंजुमन इंताजामिया के मुंशी एजाज मोहम्मद से पूछा कि यह फव्वारा कब से बंद है. उन्होंने कहा कि काफी समय से बंद है. पहले कहा 20 साल से, फिर कहा कि 12 साल से बंद है.
7. सर्वे टीम ने जब फव्वारा चालू करके दिखाने के लिए कहा तो मुंशी ने असमर्थता जाहिर की. आकृति की गहराई के बीचों बीच सिर्फ आधे इंच से कम का एक छेद मिला. जो 63 सेंटीमीटर गहरा था. फव्वारे के हिसाब से पाइप घुसाने का स्थान नहीं मिला.
8. वजू के तालाब को नपवाया गया. जो 33 गुणा 33 फीट का निकला. इसके अंदर ही पत्थरनुमा गोलाकार आकृति पाई गई.
9. काली पत्थरनुमा आकृति की सतह पर अलग तरह का घोल चढ़ा हुआ प्रतीत हो रहा था. जो कहीं-कहीं से थोड़ा चटका हुआ था. पानी में डूबा रहने के कारण इस पर काई जमी थी.
10. इससे पहले पूर्व कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने 6 और 7 मई की सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी. सूत्रों के मुताबिक, इस सर्वे रिपोर्ट में खंडित मूर्तियां, देवताओं की कलाकृतियां, कमल की कलाकृति मिलने का दावा किया गया.
रिपोर्ट का 7वां पन्ना