हिन्दू मान्यता में मंगलवार का दिन बजरंगबली को समर्पित है. इस दिन श्रद्धालु हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और बजरंगबली की पूजा करते हैं. मंगलवार (30 जुलाई) को एक ऐसी जगह पर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया, जो लोगों को हैरान कर गया. बाबरी मस्जिद विवाद में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी के घर मंगलवार शाम को हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. वहीं बगल में कुरान की आयतें भी पढ़ी जा रही थीं.
मंगलवार की शाम तपस्वी जी की छावनी के महंत और राम मंदिर निर्माण के लिए कोशिश कर रहे संत परमहंस दास ने इकबाल अंसारी के आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ किया. वहीं बगल में मौजूद इकबाल अंसारी ने कुरान की आयतें पढ़ीं. इकबाल अंसारी ने कहा कि वो चाहते हैं कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट जल्द से जल्द फैसला सुनाए.इकबाल अंसारी का कहना है कि यह मामला काफी पुराना हो चुका है. 70 सालों से इस पर राजनीति हो रही है और अब जल्द से जल्द इस पर फैसला आना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस केस की रोजाना सुनवाई शुरू हो और जितना जल्दी संभव हो सके फैसला आए.
संत परमहंस दास ने कहा कि कुछ अराजक तत्व हिन्दू मुसलमानों को भड़काने और लड़ाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जल्द फैसला दे ताकि दोनों समुदायों के बीच वैर की भावना खत्म हो. उन्होंने कहा, "जितना जल्दी सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना देगा उतना ही अच्छा होगा और पिछले 70 सालों का झगड़ा खत्म हो जाएगा. कुछ अराजक तत्व हैं जो लोगों को भड़काने का काम करते हैं, ऐसी स्थिति पैदा ना हो इसके लिए हम लोगों ने मिलकर वेदों का पाठ किया है, हनुमान चालीसा पढ़ा, पुराण का पाठ किया और इकबाल भाई ने कुरान पढ़ी."
बाबरी मस्जिद विवाद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने कहा कि वे चाहते हैं कि हिंदू और मुसलमान मिलकर रहे ताकि हमारा मुल्क तरक्की करे. इकबाल अंसारी ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि उनके वालिद भी चाहते थे कि इस मसले का फैसला जल्द होना चाहिए क्योंकि कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं.