भारी बारिश से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में तबाही मचने के बाद अब मैदानों पर भी आफत आ गई है. उत्तर प्रदेश समेत कुछ राज्यों के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है.
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद शारदा नदी में उफान आ गया है. इसके बाद बैराज से 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. पानी ने यूपी का रुख कर लिया. दो दिनों से पहाड़ों और तराई में हो रही लगातार बारिश से आफत आई.
शारदा बैराज से छोड़े गए पानी के चलते पीलीभीत के 12 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. बाढ़ प्रभावित गांवों में हाहाकार मचा हुआ है. प्रशासन ने और भी कई गांवों अलर्ट जारी किया है.
उत्तराखंड के गढ़वाल के बाद कुमायूं में भी बारिश का कहर दिख रहा है. पहाड़ों से होकर पानी शहरों में दाखिल हो चुका है. ऊधमसिंह नगर के बाजपुर में रिहायशी इलाकों ने नदी की शक्ल ले ली है.
गुजरात के छोटा उदयपुर में आई भारी बारिश के बाद ओरसंग नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. दक्षिणी गुजरात के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. कई गांवों में नदी पर बने पुल भी टूट गए.
झमाझम बारिश से किसानों को राहत
उत्तर भारत के जिन इलाकों में बीते दिन ठीक-ठाक बारिश हुई और जहां बाढ़ जैसे हालात नहीं बने, वहां किसानों को काफी राहत मिली. धान की बुआई के लिए पानी को तरस रहे किसानों के चेहरे खिल उठे. पंजाब और हरियाणा में मानसून की झमाझम बारिश हुई. उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मौसम का यही मिजाज देखने को मिला. ज्यादातर जगहों पर मूसलाधार से लेकर हल्की बारिश दर्ज की गई.