ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना इलाके के साबौता गांव के पास बुधवार रात चलती कार का टायर पंचर करके लूट और गैंगरेप मामले में नया मोड़ आ गया है. पीड़िता अपने बयान से मुकर गई है. उसने कहा कि अपराधियों को नहीं पहचानती है. उसने गुस्से में उनका नाम लिया था. पीड़िता ने इस घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है.
इससे पहले पुलिस ने
पीड़ित महिला के बयानों के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लिया है. बृहस्पतिवार देर रात इनको हिरासत में लिया गया. फिलहाल पुलिस इनसे
पूछताछ कर रही है. मालूम हो कि बुधवार की रात जेवर-बुलंदशहर रोड से पीड़ित परिवार कार से जा रहा था. कार में 4 महिलाएं, 2 पुरुष और 2 बच्चे सवार थे.
रास्ते में बदमाशों ने उनका पीछा किया और कार की टायर में गोली मारकर रोक दिया. इसके बाद लोगों को बाहर निकालकर लूटपाट शुरू कर दिया. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने के बाद गैंगरेप किया. पुलिस को पूरा शक है कि इस वारदात को भी एक्सल गैंग ने ही अंजाम दिया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
इसमें वेस्ट यूपी के कुख्यात एक्सल
गैंग का नाम सामने आया है. इसी गैंग ने पिछले साल बुलंदशहर में नेशनल हाइवे पर कार सवार महिलाओं के साथ गैंगरेप किया था. पिछले न महीने
में इस गैंग की करतूत से वेस्ट यूपी दहल उठा है. इस गैंग को पकड़ना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर बन चुका है. एक्सल गैंग एक ही तरीके से वारदात को अंजाम देता है. पहले लोह का पहिया या रॉड सड़क पर फेंक कर कार को रोकना.
उसके बाद कार सवार को बंधक बनाकर सड़क किनारे खेत में ले जाना. उनके साथ लूटपाट करना. कार में सवार महिलाओं के साथ गैंगरेप करके फरार हो जाना. इस तरह अंधेरी रात में खेत में पीड़ितों के पास मदद भी जल्द नहीं पहुंच पाती. अंधेरा होने से बदमाशों की पहचान भी मुश्किल होती है.