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कमलेश तिवारी मर्डर: समर्थकों ने बंद कराईं दुकानें, स्वामी चक्रपाणि ने दी ये चेतावनी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी का गला रेत कर हत्या कर दी गई है. वारदात को अंजाम देकर हमलावर भाग निकले है. इस घटना से लखनऊ का माहौल तनावपूर्ण हो गया है. अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा है कि हमलावरों को धमकी दी है.

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कमलेश तिवारी
कमलेश तिवारी

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  • लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या
  • हत्या से इलाके में माहौल तनावपूर्ण

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी का गला रेत कर हत्या कर दी गई है. वारदात को अंजाम देकर हमलावर भाग निकले है. इस घटना से लखनऊ का माहौल तनावपूर्ण हो गया है.अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा है कि कमलेश तिवारी पर गोली चलाना अराजक तत्वों को महंगा पड़ेगा.

मिठाई के डिब्बे में लाए चाकू और तमंचा

लखनऊ के खुर्शीद बाग स्थित हिंदू समाज पार्टी कार्यालय में चाय पीने आए बदमाशों ने मिठाई के डिब्बे में चाकू और तमंचा लेकर आए थे. उन्होंने हिंदू महासभा के पूर्व उत्तर प्रदेश अध्यक्ष कमलेश तिवारी पर धारदार हथियार से हमला किया है. घटना में गंभीर रूप से जख्मी कमलेश तिवारी को आननफानन में ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

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लखनऊ में दिनदहाड़े कमलेश तिवारी हत्या से लोगों में आक्रोश फैल गया. कमलेश तिवारी चाहने वाले हत्या के विरोध में हमलावरों पर कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कमलेश के समर्थकों ने लखनऊ के खुर्शीद बाग कालोनी में दुकानें बंद करा दी हैं. तनाव के माहौल को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है.

सर्विलांस की मदद से तलाशे जा रहे हत्यारे

पुलिस टीम सेलफोन की डिटेल खंगालने के साथ ही सर्विलांस की मदद से हमलावरों की तलाश में जुट गई है. बताया जा रहा है कि भगवा कपड़े पहने दो हमलावर हाथ में मिठाई का डिब्बा लेकर कार्यालय में घुसे थे. इसके बाद कमलेश तिवारी पर पिस्तौल और चाकू से हमला बोल दिया और वारदात को अंजाम देकर हमलावर फरारा हो गए है.

बता दें, हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने दिसंबर, 2015 में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इसे लेकर काफी विवाद हुआ था, जिसके बाद कमलेश तिवारी को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान देने चलते गिरफ्तारी हुई थी. वह फिलहाल जमातन पर रिहा चल रहे थे. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने अभी हाल ही में कमलेश तिवारी पर लगी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) की धारा हटा दी थी.

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