केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पर लगातार गोलाबारी पर चिंता जाहिर करते हुए रविवार को कहा कि पड़ोसी मुल्क पहले हिंसा बंद करके ऐसी हरकतें दोबारा न करने की गारंटी दे, तभी उससे बातचीत हो सकती है.
सिंह ने महराजगंज के जोगियाबारी स्थित सशस्त्र सीमा बल की चौकी का उद्घाटन करने के बाद आयोजित जनसभा में कहा कि पाकिस्तान सीमा पर आए दिन गोलाबारी कर रहा है. यह ठीक नहीं है. उसे पहले सुरक्षा की गारंटी देनी होगी, तभी बातचीत संभव है. पाकिस्तान से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर पर ही बातचीत होगी.
'गोली का जवाब गोली से दिया जाए'
गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की नापाक हरकतें देखते हुए भारतीय जवानों को भी निर्देश दिए गए हैं कि गोली का जवाब गोली से दिया जाए. उन्होंने कहा कि भारत का मानना है कि पड़ोसी मुल्कों से अच्छे रिश्ते होने चाहिए. बीते अप्रैल-मई में नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप से प्रभावित लोगों की भारत ने भरपूर मदद की. राजनीति जाति, मजहब, पंथ की नहीं बल्कि इंसाफ और इंसानियत की होनी चाहिए.
'यूपी सरकार को नहीं है लोगों की फिक्र'
पूर्ववर्ती सरकारों पर देश को खोखला करने का आरोप लगाते हुए गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के 15 माह के कार्यकाल में पूरी दुनिया में हिन्दुस्तान का मान बढ़ा है. सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग इससे व्याकुल हैं. वे अपनी जमीन खत्म हो जाने के डर से घिरे हैं. सिंह ने कहा कि किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करने के लिए केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार को छह हजार करोड़ रुपये दिए हैं लेकिन राज्य सरकार को काश्तकारों का बकाया चुकाने की फिक्र नहीं है.
- इनपुट भाषा