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UP: इटावा में सड़क हादसा, तीन जिगरी दोस्‍तों की दर्दनाक मौत, चौथा गंभीर

इटावा के करहल क्षेत्र में तेज रफ्तार कार ट्रैक्टर से टकरा गई, जिसके बाद गाड़ी में सवार तीन दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई. एक दोस्त गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसका सैफई के पीजीआई में इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार ट्रैक्टर से टकराते ही पलट गई.

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सड़क हादसे में तीन दोस्तों की दर्दनाक मौत.
सड़क हादसे में तीन दोस्तों की दर्दनाक मौत.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इटावा में सड़क हादसा, तीन जिगरी दोस्‍तों की दर्दनाक मौत, चौथा गंभीर
  • चार दोस्त एक साथ तिलकोत्सव कार्यक्रम से लौट रहे थे
  • सड़क दुर्घटना में तीन की मौत, एक की हालत गंभीर

इटावा में तेज रफ्तार कार ट्रैक्टर से टकराकर पलट गई. इस दर्दनाक सड़क हादसे में कार सवार तीन दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, एक दोस्त अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई लड़ रहा है. उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि चारों दोस्त अपने एक अन्य दोस्त की बहन के तिलकोत्सव कार्यक्रम में मैनपुरी गए हुए थे. वापस लौटते समय यह हादसा हुआ.

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घटना मैनपुरी जनपद के करहल क्षेत्र की है. चारों दोस्तों ने कार्यक्रम के बाद WagonR गाड़ी में वापस अपने घर की तरफ लौट रहे थे. तभी रास्ते में उनकी गाड़ी ट्रैक्टर से टकरा गई. जानकारी के मुताबिक, गाड़ी की रफ्तार काफी तेज थी जिसके चलते जब वह ट्रैक्टर से टकराई तो वहीं पलट गई.

कार सवार 18 वर्षीय धीरज, 20 वर्षीय अंकित और 22 वर्षीय तेजपाल की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि 17 वर्षीय नीरज गंभीर रूप से घायल हो गया है. उसे फौरन सैफई के पीजीआई हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. जहां उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है.

वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. उधर, गांव में तीनों दोस्तों की मौत के बाद से पूरे सराय दयानत गांव में मातम का माहौल है. अपने-अपने बेटों को खोने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

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जानकारी के मुताबिक, मृतक तेजपाल की शादी चार साल पहले हो चुकी थी. उसके ढाई साल का एक बेटा भी है और वह शटरिंग का काम करके अपना परिवार का भरण पोषण करता था. दूसरा दोस्त धीरज ने इंटरमीडिएट की एग्जाम पास की थी. वह अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था.

तीसरा दोस्त अंकित पॉलिटेक्निक कर रहा था वह अपने दो भाई दो बहनों में सबसे बड़ा था. उसके पिता मजदूरी का काम करते हैं. सबसे होनहार होने की वजह से माता-पिता उसे इंजीनियर बनाना चाहते थे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. गांव में तीनों दोस्तों के शवों को देखकर हर एक शख्स की आंखें नम हो गईं.

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