उत्तर-प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खान ने विनाश की बात उठा दी है. उनके मुताबिक ताजमहल बना कर शाहजहां ने फिजूलखर्ची कर दी थी. अखिलेश के इस तेज तर्रार मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि अगर ताजमहल को गिराना हो तो सबसे आगे चलने को तैयार हैं.
यूपी की अखिलेश सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले आजम खान के इस बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है. आजम साहब अपने इलाके के तपे तपाए नेता हैं. वो जानते हैं कि किस बयान से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा जा सकता हैं.
शायद यही वजह है कि मुजफ्फरनगर में वो पहुंचे तो थे बेरोजगारी भत्ता बांटने. उनके निशाने पर हमेशा की तरह थीं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती. लेकिन बीएसपी सुप्रीमो पर हमले के लिए उदाहरण जो उन्होंने पेश किया वो उनके लिए परेशानी का सबब बन गया है.
आजम खान ने कहा, 'जैसे पब्लिक के पैसे से ताज बनाने का किसी को हक नहीं उसी तरह मायावती को हक नहीं कि वो जनता के पैसे से हाथी बनवाएं.' माया की मूर्ति की तुलना आजम खान ने ताजमहल से कर डाली.
उन्होंने तो यहां तक कहा कि जब विवादित ढांचे का मामला चल रहा था तो मैंने लोगों से कहा कि अगर ताज को तोड़ना हो तो मैं सबसे आगे चलूंगा. आजम खान के इस बयान पर बवाल खड़ा हो गया. कभी उन्हीं की पार्टी के नेता रहे शाहिद सिद्दकी ने इस बयान को गलत बताया.
शाहिद सिद्दिकी ने कहा, 'आजम खान बयान देते वक्त शायद ये भूल गए कि हिन्दुस्तान में ताज के मायने क्य़ा हैं. शायद उन्हें ये भी याद नहीं रहा कि देश के बाहर भी ताज को हमारी बड़ी पहचान के तौर पर देखा जाता है. आजम साहब शायद ये भी भूल गए ताज दुनिया के अजूबों में शुमार है और पूरा संसार उसके दीदार को तरसता है.