शनिवार सुबह जब सीबीआई(CBI) द्वारा यूपी में अवैध बालू खनन के मामले में छापेमारी की खबर आई तो लोग इसे सीबीआई की रुटीन कार्रवाई मान रहे थे. पर जैसे ही लोगों को पता चला कि छापेमारी यूपी की चर्चित आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला के ठिकानों पर की जा रही है तो अचानक ही इस छापेमारी में लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई. बी चंद्रकला सोशल मीडिया पर दमदार मौजूदगी दर्ज कराने वाली आईएसएस अधिकारी हैं. सोशल मीडिया पर फैन फॉलोइंग के मामले में वह देश के चोटी के नेताओं को मात देती हैं. वे अक्सर ही अपनी गतिविधियों को लेकर चर्चा में रहती हैं.
आइए हम आपको बताते हैं कि चंद्रकला कब-कब विवादों और चर्चा में रही हैं. आईएएस बी चंद्रकला यूपी कैडर की 2008 बैच की अधिकारी हैं. वह मूल रूप से तेलंगाना की रहने वाली हैं. बुलंदशहर में डीएम रहते हुए उन्हें मीडिया में काफी कवरेज मिली.
'तुम्हारी तनख्वाह से लूंगी पैसा'
बुलंदशहर में डीएम रहते हुए आईएएस चंद्रकला विकास कार्यों की प्रगति का जायजा ले रही थीं. इस दौरान उन्होंने सड़क के किनारे बिछाये जा रहे पत्थरों की क्वालिटी चेक की तो वे ठीक नहीं मिले. इस दौरान उन्होंने सरेआम नगरपालिका चेयरमैन और अफसरों को झाड़ लगाई. उन्होंने अफसरों को हड़काते हुए कहा था, "ऐसी टाइल्स लगवा रहे, तुम्हारी तनख्वाह से लूंगी पूरा पैसा...शर्म करो शर्म...जनता का पैसा है ये." बी चंद्रकला का ये लेडी सिंघम अवतार सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गया था. इसे लाखों लोगों ने देखा.
जब पत्रकार से की बदसलूकी
2016 में जब यूपी में अखिलेश यादव की सरकार थी तो बी चंद्रकला बुलंदशहर की डीएम थीं. सोशल मीडिया पर लोकप्रिय चंद्रकला के साथ एक लड़के ने उनकी इजाजत के बिना तस्वीर ले ली. चंद्रकला ने तुरंत उस लड़के को जेल भिजवा दिया. इस मुद्दे पर उनकी प्रतिक्रिया लेने के लिए एक पत्रकार ने जब डीएम साहिबा को फोन किया तो उन्होंने पत्रकार के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. चंद्रकला ने पत्रकार को कहा कि 'अगर कोई अनजान मर्द उसकी मां-बहन के साथ फोटो खिंचवाएगा तो वो ऐसा करने देगा.' चंद्रकला ने आगे पत्रकार से कहा कि क्या वो उसके घर अनजान शख्स भेजकर उसकी मां-बहनों के साथ फोटो खिंचवाएं.
टीचर को क्लास रूम में फटकार
यूट्यूब के अलावा सोशल मीडिया पर बी चंद्रकला के कई ऐसे वीडियो हैं जहां वो अफसरों को डांटती-फटकारती नजर आ रही है. 2016 में ही उनका तबादला बुलंदशहर से मेरठ हो गया. मेरठ में एक बार वो सरकारी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंची. इस दौरान वह क्लास रूम में बच्चों से सवाल जवाब करने लगीं. बच्चे उनके कुछ सवालों का जवाब नहीं दे सके. तो उन्होंने क्लास रूम में ही टीचर को डांट पिलाई और कहा कि वो बच्चों को धोखा क्यों दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों को भले ही वह खाना ना दें, लेकिन अच्छी शिक्षा तो दें.
जब चंद्रकला को मिली जैश की चिट्ठी
साल 2017 में बी चंद्रकला को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से कथित तौर पर एक चिट्ठी मिली. इस चिट्ठी में मेरठ में हमले की धमकी दी गई थी. तुरंत ही इस चिट्ठी ने सरकारी गलियारों में सनसनी मचा दी. खुफिया एजेंसियों को जांच सौंपी गई. पत्र में लिखने वाले ने दावा किया था कि उसने मेरठ मंडल और डीएम आवास का वीडियो बनाकर आतंकी हाफिज सईद को मेल कर दिया है. इस शख्स ने लिखा था, "चंद्रकला अब तेरा मेरठ अंगारो पर होगा. ये हमारा चैलेंज है."
बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अवैध बालू खनन की जांच के संबंध में शनिवार को आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के आवास सहित दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 12 ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "हमारी कई टीमें दिल्ली और लखनऊ, कानपुर और हमीरपुर (उत्तर प्रदेश में) में 12 जगहों पर तलाशी ले रही हैं." अधिकारी ने कहा कि जिन घरों की तलाशी ली गई उसमें लखनऊ के हुसैनगंज इलाके में स्थित सैफायर अपार्टमेंट में चंद्रकला का घर भी शामिल है. उत्तर प्रदेश में अवैध बालू खनन मामले की जांच के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने यह मामला अपने हाथ में लिया है. चंद्रकला उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिला अधिकारी के रूप में सेवा दे चुकी हैं.