धर्म परिवर्तन के गिरोह के खिलाफ मुहिम चला रही यूपी सरकार के सामने एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. इसमें उत्तर प्रदेश के आईएएस इफ्तिखारुद्दीन के कुछ वीडियोज सामने आए हैं, जिसमें वह कुछ मुस्लिम समाज के लोगों के साथ बैठे हैं और धर्म परिवर्तन के फायदे गिना रहे वक्ता को सुन रहे हैं. इतना ही नहीं वीडियो में आईएएस इफ्तिखारुद्दीन इस्लाम धर्म के प्रचार की बातें भी कर रहे हैं. बवाल होने के बाद अब यूपी सरकार ने मामले की जांच SIT से कराने का ऐलान किया है.
वीडियो कब का है, किसने शूट किया है यह फिलहाल साफ नहीं है. लेकिन इसके वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि इसकी जांच कराई जाएगी. इस वीडियो को लेकर कानपुर के भूपेंद्र अवस्थी ने सीएम पोर्टल पर शिकायत करके आईएएस के खिलाफ जांच की मांग की थी. भूपेश अवस्थी मठ एवं मंदिर समन्यवय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.
योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने इस मसले पर कहा कि IAS को अखिलेश सरकार में UPSRTC का चैयरमैन बनाया था. उनका वीडियो सामने आने के बाद अब एसआईटी का गठन किया गया है जो 7 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट जमा करेगी. एसआईटी में एडीजी कानपुर भी शामिल है. सिंह ने कहा कि आईएसएस अफसर धर्मान्तरण का काम करे और अपने आवास पर करे ये एकदम गलत है.
वीडियो ने यूपी में हंगामा मचा दिया है क्योंकि यह ऐसे वक्त पर आया है जब यूपी में धर्म परिवर्तन गिरोह के खिलाफ बड़े पैमाने पर मुहिम चल रही है.
फिलहाल इफ्तिखारुद्दीन लखनऊ में परिवहन विभाग में तैनात हैं. वे पांच साल पहले कानपुर में कमिश्नर पोस्ट पर थे. वीडियो में कानपुर का जिक्र है. इससे माना जा रहा है कि यह उनकी कानपुर पोस्टिंग के दौरान का है.
क्या है वीडियो में
वीडियो में आईएएस इफ्तिखारुद्दीन किसी घर में एक धर्म गुरु के साथ कुछ लोगों के सामने इस्लाम धर्म अपनाने के फायदे बता रहे हैं. वीडियो में इस्लामिक वक्ता उपस्थित लोगों को इस्लाम धर्म कबूल करने के फायदे बताने के साथ कई कहानियां भी सुना रहा है. वह कहता है कि अल्लाह ने उन्हें उत्तर प्रदेश के तौर पर ऐसा सेंटर दिया है जहां से पूरे देश और पूरी दुनिया में काम किया जा सकता है.
वीडियो में आईएएस इफ्तिखारुद्दीन भी वहां बैठे हैं. वह भी धर्म से जुड़ी बातें करते दिख रहे हैं. वह कहते हैं कि अल्लाह की बादशाहत और निजामत पूरी दुनिया में कायम करनी है.
मुस्लिम वक्ता जब धर्म का पाठ पढ़ा रहा है, उस वक्त आईएएस इफ्तिखारुद्दीन जमीन पर बैठे नजर आए. वायरल वीडियो में इस्लामिक वक्ता दावा करता है कि पिछले दिनों पंजाब के एक भाई ने इस्लाम कुबूल किया तो मैंने उनको दावत (बुलाया) नहीं दी थी. वक्ता कहता है, 'मैंने उनसे इस्लाम कुबूल करने की वजह पूछी तो वह बोले कि बहन की मौत के कारण इस्लाम कबूल किया है. क्योंकि मरने के बाद उनको जलाया गया था तो मुझे अच्छा नहीं लगा क्योंकि जब उसके कपड़े जल रहे थे तो सब उसे देख रहे थे. मुझे लगा कि कल मेरी बेटी के साथ भी ऐसा होगा कि वह जल रही होगी और सब खड़े देख रहे होंगे. इसपर मुझे लगा कि इस्लाम से अच्छा कोई धर्म नहीं है.'
दो और वीडियो सामने आए हैं. इसमें IAS इफ्तिखारुद्दीन पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की किताब के बारे में बता रहे हैं. एक वीडियो में वह कहते हैं कि पूरी दुनिया के इंसानो को बताओ कि वे अल्लाह और रसूल के मिशन को आगे बढ़ाएं. यहां पर जो इंसान बैठे हैं इनको यह काम करना चाहिए, जरूर करना चाहिए नहीं तो अल्लाह इनको पकड़ेगा.' बता दें कि इस वीडियो की अभी जांच होगी, फिलहाल आजतक इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.